ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि को दी गई भू-समाधि, संतों व भक्तों ने किया नमन, प्रकरण में आरोपी आन्नद गिरी और आद्या तिवारी को अदालत ने भेजा 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल
तारिक खान/ शाहीन बनारसी
प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि को भू-समाधि दे दी गई। आज सुबह हुए पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी लाया गया। फूलों से सजे वाहन पर पार्थिव शरीर रखकर अंतिम यात्रा शहर के मार्गों से होकर गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम पहुंची। वहां स्नान कराने के बाद बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर फिर वापस श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी ले जाया गया। यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महंत के पार्थिव शरीर को भू समाधि दी गई।
महंत नरेन्द्र गिरी की अंतिम यात्रा में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व साध्वी निरंजन ज्योति भी शामिल हुई। विभिन्न अखाड़ों के साधु-संतों के साथ कई वीआइपी भी मौजूद रहें। इस अंतिम यात्रा में महंत नरेन्द्र गिरी के अंतिम दर्शन के लिए भक्तो की भीड़ उमड़ी हुई थी। मंत्रोचार के बीच अंतिम यात्रा श्रीमत बाघ्मबरी गद्दी तक लाया गया था।
इस दरमियान आज पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी आनंद गिरी और लेते हनुमान मन्दिर के महंत आद्या तिवारी को अदालत में पेश किया। फर्द सहित पुलिस ने दोनों आरोपियों को सीजेएम हरेन्द्र तिवारी की अदालत में पेश किया। जहा से पुलिस दोनों आरोपियों की रिमांड की मांग कर रही थी। सीजेएम हरेद्र तिवारी ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस दोनों आरोपियों का जेल दाखिला करवा रही थी।
इस दरमियान एसआईटी महंत नरेन्द्र गिरी के गनरो से पूछताछ कर रही है। महंत की सुरक्षा में लगे चारो गनर से एसआईटी पूछताछ कर रही है। चारों सुरक्षा में तैनात गनरों को कल दोपहर से ही पुलिस लाइन में पूछताछ हो रही है। चर्चाओं के अनुसार सभी चारो गनरो को हिरासत में रखे जाने की बात सामने आ रही है। गनर अजय सिंह, मनीष शुक्ला, अभिषेक मिश्रा और विवेक मिश्रा से पूछताछ की बात सामने आ रही है। इस दरमियान पुलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सभी चारों गनरों को सस्पेंड किए जाने की सिफारिश हुई है और उनकी लापरवाही की बात सामने आई है। बताते चले कि गनर अजय सिंह के खिलाफ आनंद गिरी ने भी बयान दिया था। इस पुरे घटनाक्रम पर अजय सिंह की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।