खौफ और दहशत का दूसरा नाम एक लाख का इनामिया अली शेर उर्फ़ डाक्टर अपने साथी बन्नू सहित मुठभेड़ में हुआ ढेर
आदिल अहमद
लखनऊ। मुख्तार अंसारी गैंग (आईएस 0191) के शार्प शूटर कुख्यात पेशेवर हत्यारा, 01 लाख का इनामी बदमाश अली शेर उर्फ डॉक्टर उर्फ़ बादशाह अपने एक साथी बन्नू उर्फ़ कामरान के साथ कल देर रात हुई एसटीऍफ़ से मुठभेड़ में ढेर हो गया। पिछले विगत कई वर्षों से पूर्वांचल में अपराध का पर्याय बना, देश के विभिन्न राज्यो में घूम घूम कर हत्या करने वाला, जिसने अभी हाल ही में झारखंड के रांची जिले के थाना पालू थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता की हत्या की थी, वह दुर्दांत अपराधी किसी बड़ी घटना की नीयत से कल लखनऊ आया था और उसकी मुठभेड़ एसटीऍफ़ से हो गई। मुठभेड़ में दोनों बदमाशो को गोली लगी, पुलिस ने तत्काल दोनों घायल बदमाशो को अस्पताल पहुचाया जहा डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ में दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चली। फायरिंग में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल बदमाशों में अलीशेर उर्फ डॉक्टर और बन्नू उर्फ कामरान शामिल है। दोनों को अस्पताल भेजा गया है। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अली शेर पर एक लाख और कामरान पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उसने 22 सितंबर को झारखंड के पलामू जिले में भाजपा नेता जीतराम मुंडा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से वह फरार चल रहे थे। उत्तर प्रदेश में छिपे होने की सूचना पर एसटीएफ ने उनकी तलाश शुरू की। बुधवार देर शाम को दोनों की एसटीएफ से मुठभेड़ हो गई। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक बदमाशों के पास से एक कार्बाइन 30 एमएम, दो पिस्तौल, एक तमंचा, बाइक व भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक दोनों मुख्तार अंसारी गिरोह के शॉर्प शूटर थे। इनकी तलाश काफी दिनों से चल रही थी।
एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक मुठभेड़ में मारा गया बदमाश अलीशेर उर्फ डॉक्टर आजमगढ़ के देवगांव का रहने वाला था। 22 सितंबर को उसने रांची में भाजपा नेता जीतराम मुंडा की हत्या का आरोपी था। एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक एसटीएफ बीते कई दिनों से इन दोनों बदमाशों पर नजर रखे हुए थी और बुधवार को सूचना मिली कि यह दोनों राजधानी लखनऊ में छिपकर रह रहे हैं। इसी सूचना पर यूपी एसटीएफ ने जब इनको पकड़ने के लिए घेराबंदी की तो मंडियाव में घैला पुल के पास दोनों बदमाशों ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान जबावी फायरिंग में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये। दोनों को भाऊराव देवरस चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।