मुझे कानून व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास था, जानता हूं सत्य परेशान हो सकता है, मगर पराजित नही – संजय सहगल “बब्बन”
शाहीन बनारसी संग ईदुल अमीन
वाराणसी। वाराणसी के दालमंडी क्षेत्र के एक बहुचर्चित केस में पुलिस ने गहन जांच में पाया कि रेप का केस जिस संजय सहगल पर लगा था, वह वास्तव में निर्दोष था और प्रकरण में दुश्मनी निभाने के लिये झूठा बलात्कार का आरोप कथित रेप पीड़िता द्वारा लगाया गया था। 520 पन्नो के सपोर्टिंग के साथ विवेचक कृपा शंकर त्रिपाठी के द्वारा इस मामले में फाइनल रिपोर्ट अदालत को प्रेषित कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने कथित रेप पीड़िता वादिनी मुकदमा के ऊपर 182 के तहत दंडित करने के लिये अदालत से निवेदन भी किया है। पुलिस ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि कथित पीड़िता के पुरुष मित्र राशिद खान, एक सपा नेता और एक बिल्डर की भूमिका इस मामले में संदिग्ध रही है।
पुलिस आख्या अदालत में प्रेषित होने के बाद से मामले में वादिनी मुकदमा और उसके समर्थको में हड़कंप मचा हुआ है। बताते चले कि जिस राशिद खान का नाम इस मामले में षड्यंत्रकारी के रूप में सामने आया है, वह इसके पहले भी आदमपुर थाने पर पाक्सो और बलात्कार का एक झूठा मुकदमा अपने साले के ऊपर दर्ज करवा चूका है। मगर उस मामले में वह कार्यवाही की जद में आने से बच चुका है। इस बार पुलिस द्वारा इसके नाम का अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया गया है वह भी साक्ष्यों सहित।
बहरहाल, प्रकरण में जहाँ षडयंत्रकारियो के बीच हड़कंप की स्थित है, वही संजय सहगल “बब्बन” और उसका परिवार राहत महसूस कर रहा है। प्रकरण अदालत में है और अदालत इस मामले में क्या कार्यवाही करती है, वह अभी आने वाला समय बतायेगा। इस दरमियान आज संजय सहगल “बब्बन” ने हमसे बात करते हुवे बताया कि “इतना घिनौना आरोप लगने के बाद ज़लालत की ज़िंदगी जीना पड़ा। परिवार और पड़ोसियों को मेरी बेगुनाही का पूरा यकीन था जिससे इस लड़ाई में मुझे मनोबल मिलता रहा।”
उन्होंने हमसे बात करते हुवे कहा कि कुछ लोगो ने इस मामले में एक पक्षीय बातो को वायरल करके मुझको बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ा था। मगर मुझे न्यायतंत्र पर पूरा विश्वास था। पुलिस पर पूरा विश्वास था। मुझको बचपन से सिखाया गया था कि सत्य परेशान हो सकता है मगर पराजित नही। सत्य की जीत पर मेरा अटूट विश्वास कायम रहा और आखिर सच की जीत हुई। सिर्फ मैं ही नही मेरा पूरा परिवार वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के निष्पक्षता का आभारी है। आज एक बार फिर साबित हुआ कि सत्यमेव जयते।