वाराणसी पुलिस कमिश्नर के मंशानुरूप पानदरीबा चौकी इंचार्ज ने कसा दलालों पर शिकंजा, क्षेत्र में ये कार्ड बाट कर कही ये बात
ए0 जावेद
वाराणसी। वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की कार्यशैली में हमेशा ये मुख्य रूप से रहा है कि आम जनता और पुलिस के बीच संवाद स्थापित हो। अपराध नियंत्रण के इस फार्मूले से पुलिस कमिश्नर ने अपने पूर्व कार्यकाल में भी अपराध पर कडा शिकंजा कसा है। हर थाने चौकी के बाहर “दलाल प्रवेश वर्जित” के बोर्ड के साथ शिकंजा लाख कसने की कोशिश की गई थी। मगर इनको रोक पाना इतना आसान कभी नही रहा है। आम भोली भाली जनता के किसी कार्य को जो पुलिस बिना किसी हिला हवाली के कर दे, उसके लिए जुगाड़ रखने वाले उन आम नागरिको से मिलकर जमकर धौंस दिखा कर अपना मुनाफा कर बैठते है।
पान दरीबा चौकी पर नियुक्ति के बाद नवनियुक्त चौकी इंचार्ज अजय कुमार शुक्ल को भी ये समस्या इस चौकी क्षेत्र में समझ में आई और उनको भी ये लगा लगा कि पुलिस से आम जनता यहाँ दूर है, और ये हकीकत भी रही है कि इस चौकी की स्थापना के बाद से यहां नियुक्त हुए सभी चौकी इंचार्ज राजीव सिंह, अर्जुन सिंह, मिथिलेश यादव, मुनिशंकर ने भरसक प्रयास किया कि यहां की आम जनता उनसे संवाद करे मगर प्रयास पूरी तरीके से सफल नहीं हुआ और आम जनता सीधे पुलिस के पास आने से हिचकती रही है। इस समस्या के निस्तारण के लिए नवनियुक्त चौकी इंचार्ज अजय कुमार शुक्ला ने एक शानदार फार्मूला अपनाया है।
नियुक्ति के बाद अजय शुक्ला ने एक विसिटिंग कार्ड छपवाया और इलाके के हर दूकानदार को और कारोबारियों को तथा सम्भ्रान्त नागरिको से मिलकर यह कार्ड उनको दिया और प्रोत्साहित किया कि वह किसी भी प्रकार के आपराधिक कृत्य और संदिग्ध गतिविधियों अथवा संदिग्ध व्यक्ति के दिखाई देने पर सीधे उनसे अथवा थाना प्रभारी से संपर्क स्थापित करे। इस कार्ड पर चौकी इंचार्ज और थाना प्रभारी दोनों के नाम और नंबर अंकित है। क्षेत्र के नागरिको को यह कार्ड देकर चौकी इंचार्ज ने प्रोत्साहित किया कि किसी भी समस्या पर अथवा कोई भी कार्य होने पर सीधे पुलिस से संवाद स्थापित करे। क्षेत्र में चौकी इंचार्ज के इस कार्य की चतुरधिक प्रशंसा हो रही है और आम जनता इसकी तारीफ़ कर रही है।