मौत से लड़ रही कर्मचारी को नहीं मिल रहा वीआरएस
समीर मिश्रा
कानपुर। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री का आदेश है कि 50 वर्ष से अधिक सरकारी कार्यालय में अगर कर्मचारी स्वेच्छा से वीआरएस लेना चाहता है तो ले सकता है। वही पशुपालन विभाग की ए महिला कर्मचारी ऐसी भी है जो ज़िन्दगी मौत की जंग लड़ रही है मगर उसको वीआरएस नहीं मिल रहा है। कैनाइन रैबीज कंट्रोल यूनिट रावतपुर में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मी निगम तीन माह से वेंटीलेटर के माध्यम से आक्सीजन लेकर ज़िंदगी और मौत से लड़ रही है।
अस्सी प्रतिशत फेफड़े काम नहीं कर रहे हैं। अपर निदेशक पशुपालन विभाग को कई बार पत्र देने के बाद भी बीमार व लाचार महिला कर्मचारी को वीआरएस नहीं दिया जा रहा है। चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी के पक्ष को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष राजा भरत अवस्थी शीघ्र ही उच्चाधिकारियों के समक्ष ले जाने की बात कह रहे है।
अवस्थी ने बताया कि महिला कर्मचारी लक्ष्मी निगम को न तो मेडिकल स्वीकार कर वेतन दिया गया न ही वीआरएस ही स्वीकृत किया गया। परिषद अध्यक्ष ने अपर निदेशक पशुपालन विभाग कानपुर मंडल से माँग की है कि उक्त महिला कर्मचारी की समस्या का समाधान कराया जाए। अन्यथा परिषद न्याय न मिलने पर मामले को शासन तक ले जाएगा।