अखिलेश-जयंत चौधरी के बीच लम्बी बात-चीत, जल्द होगा गठबंधन का ऐलान, 36 सीटें मिलेंगी रालोद को – सूत्र
तारिक़ आज़मी संग शाहीन बनारसी
डेस्क। अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच चली लम्बी बात-चीत, अब अपने नतीजे दे सकती है इसी माह के अंत तक सपा और रालोद के गठबंधन का ऐलान होने की जानकारी पार्टी सूत्रों के माध्यम से मिल रही है। सूत्र यह भी बता रहे है कि जयंत चौधरी के हिस्से में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 36 सीटें आ सकती है। जल्द ही इस गठबंधन का ऐलान किये जाने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में सुभासपा के साथ हुए सपा के गठबंधन ने पूर्वांचल की जहाँ सियासत को गर्म कर दिया, वही इस गठबंधन से भाजपा को नुकसान होने की सम्भावना राजनैतिक जानकार जता रहे है। वही अब जयंत चौधरी के भी सपा के साथ जाने से भाजपा को नुकसान हो सकता है। गौरतलब हो कि मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर, मेरठ, सहारनपुर, बुलंदशहर, अलीगढ और मथुरा जैसे जिलो में रालोद की पकड़ किसानो में मजबूत रही है। इन जिलो में जाट और किसान समीकरण महत्वपूर्ण होता है।
राजनैतिक जानकारों की माने तो किसान आन्दोलन के चलते जाट और किसानो में भाजपा को लेकर ख़ासी नाराजगी है और इसका फायदा रालोद को मिलने की पूरी सम्भावना है। वही चौधरी अजीत सिंह के मृत्यु के बाद जयंत चौधरी का यह पहला चुनाव होने से उनको सहानुभूति का भी फायदा मिल सकता है। जयंत चौधरी सपा के साथ गठबंधन में 60 सीटें मांग रहे थे, ऐसा सूत्रों का कहना है। जबकि सपा शर्तो के साथ 30 सीटें देने को तैयार थी। इस गठबंधन के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच में कई दौर की वार्ता हो चुकी है। जिसके बाद जयंत चौधरी के लिए सपा 36 सीटें छोड़ने को आखिर तैयार हो गई है।
अखिलेश यादव की उत्तर प्रदेश में चल रही रथयात्रा को मिल रहे आपार जन समर्थन ने अन्य दलों की नींद उड़ा रखी है। पहले सुभासपा अब उसके सहित रालोद से हुए इस गठबंधन ने सियासत में खलबली मचा दिया है।