सैकड़ो कैमरे की निगरानी करते हुवे वाराणसी पुलिस कमिश्नर की सिगरा पुलिस ने धर दबोचा 2 लाख 70 हज़ार की टप्पेबाजी/चोरी के 3 आरोपियों को
तारिक़ आज़मी संग शाहीन बनारसी
वाराणसी। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के सिगरा पुलिस ने एक बार पुन: साबित किया है कि उसके लम्बे हाथ आम के पेड़ से फल तोड़ने के लिए नहीं बल्कि अपराधियों को पकड़ कर उनके असली मकाम पर पहुंचाने के लिए बने है। सिगरा क्राइम इंचार्ज प्रकाश सिंह और रोडवेज चौकी इंचार्ज अनंत कुमार मिश्रा द्वारा अपनी टीम के साथ 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर ऑटो के ज़रिये आने वाले यात्रियों से टप्पेबाजी / चोरी करने वाले गैंग का सफल खुलासा किया है। साथ ही 10 नवम्बर को लहुराबीर चौराहे पर हुई 2 लाख 70 हज़ार की टप्पेबाजी/चोरी की घटना का सफल खुलासा किया है। घटना में शामिल दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
ज्ञातव्य हो कि 10 नवम्बर को एक ऑटो चालाक द्वारा जौनपुर निवासी अनिल गुप्ता के साथ लहुराबीर पिंक शौचालय के निकट 2 लाख 70 हज़ार की टप्पेबाजी / चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार एक ऑटो चालक द्वारा इंगलिशिया लाइन चौराहे से मैदागिन के लिए सवारी बैठाई गई थी, जिसमे एक सवारी के रूप में अनिल गुप्ता भी था। लहुराबीर पिंक शौचालय के निकट ऑटो चालक ने ऑटो में बैठी सवारियों को यह कहकर उतार दिया कि मेरी माँ का देहांत हो गया है और मै वापस जा रहा हूँ। जिसके बाद वह तेज़ी से सवारी उतार कर वापस चला गया था। ऑटो से उतरकर जब अनिल ने अपना बैग चेक किया तो उसके बैग से 2 लाख 70 हजार रूपये गायब थे। इस घटना से सम्बंधित शिकायत सिगरा थाना में दर्ज हुई थी।
घटना का सफल खुलासा करने के लिए एसीपी चेतगंज ने सिगरा इंस्पेक्टर अनूप कुमार शुक्ला के नेतृत्व में क्राइम प्रभारी एसआई प्रकाश सिंह और रोडवेज चौकी इंचार्ज अनंत कुमार मिश्र की एक टीम का गठन किया। घटना में शामिल अभियुक्तों के शिनाख्त हेतु एसआई प्रकाश सिंह और अनंत कुमार मिश्र ने घटना से सम्बंधित सैकड़ो सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए घटना में शामिल अभियुक्तों की शिनाख्त बतौर लल्लापुरा निवासी मुहम्मद नेहाल “पिंटू” पुत्र एजाज़ अहमद व बुनकर बस्ती करसडा बछाव निवासी मुहम्मद अख्तर पुत्र पीर मुहम्मद व नदीम पुत्र सैफुद्दीन के रूप में किया। शिनाख्त होने के बाद अब मामला अभियुक्तों की गिरफ्तारी का था।
आज गुरूवार को दोपहर एसआई प्रकाश सिंह को ज़रिया-ए-मुखबिर सुचना मिली कि उक्त घटना से सम्बंधित 2 अभियुक्त माल गोदाम के पास किसी अन्य घटना को कारित करने हेतु बैठे है। सुचना पर विश्वास कर एसआई प्रकाश सिंह, अनन्त कुमार मिश्र अपने साथ का0 विपिन यादव, सूरज भारती, अभय नारायण, भानु प्रताप यादव के साथ माल गोदाम पहुंचे। पुलिस को आता देख माल गोदाम में बैठे 2 युवक बहुत ही तेज़ भागने लगे। तभी एसआई प्रकाश सिंह और अनंत कुमार मिश्र ने दोनों को दौड़ा कर पकड़ लिया। बाकी पुलिस टीम के सिपाहियों ने मौके से घटना में प्रयुक्त एक ऑटो रिक्शा और एक मोटरसाईकिल अपने कब्ज़े में ले लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस को कुल 27 सौ रूपये नगद भी बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्त मुहम्मद अख्तर और नेहाल के निशानदेहि पर पुलिस ने उनके तीसरे साथी नदीम अहमद को भी गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार तीनो अभियुक्तो ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि घटना के दिन हम लोगो को इंगलिशिया लाइन चौराहे पर एक पैसेंजर मिला, जिसे मैदागिन जाना था। उसको बैठा कर हम लोग पिशाच मोचन होते हुए लहुराबीर पिंक शौचालय के पास तक गये। ऑटो में नेहाल “पिंटू” था और पीछे नदीम अहमद व उसका एक रिश्तेदार समीर तथा फुलवरिया निवासी संतोष बाइक से आ रहे थे। ऑटो मुहम्मद अख्तर चला रहा था। इंगलिशिया लाइन से लहुराबीर तक आते समय रास्ते में नेहाल “पिंटू” ने उक्त सवारी के बैग से 2 लाख 70 हज़ार रूपये चुरा लिए। जिसके बाद अख्तर ने सभी सवारियों को बिना पैसा लिए उतार दिया और तेलियाबाग होते हुए लोहा मंडी पर आकर सभी साथी नदीम, नेहाल “पिंटू”, अख्तर, समीर और संतोष मिले और सारा चोरी का पैसा 2 लाख 70 हजार समीर को दे दिया।
अभियुक्तों ने बताया कि समीर ने अख्तर, नेहाल “पिंटू” और नदीम को 5-5 हज़ार रूपये देते हुए अपने ससुराल मऊ से वापस आने पर बाकी पैसो का बंटवारा करने की बात कही। यह ऑटो भी अख्तर ने इसी वर्ष धनतेरस के आस-पास नया खरीदा है और उसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो पाया है। अभियुक्तों ने बताया कि वह अपने साथियो को ऑटो में पहले से बैठा कर इसी तरीके की चोरी की अन्य घटनाओं को भी अंजाम दे चुके है। मगर आज तक पकडे नहीं गये थे। पुलिस प्रकरण में समीर और संतोष की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी कर रही है और गिरफ्तार अभियुक्तों पर अग्रिम विधिक कार्यवाही कर रही है।