दहशत-ए-ओमिक्रान : उत्तर प्रदेश में कल से लगेगा “नाईट कर्फ्यू”, शादी के कार्यक्रम होंगे महज़ 200 लोगो के साथ, पूर्व में तय शादियों को लेकर लोगो में असमंजस
तारिक खान
लखनऊ। दहशत-ए-ओमिक्रॉन के बीच उत्तर प्रदेश में कल से नाईट कर्फ्यू लगेगा। इस आदेश के आने के बाद पूर्व निर्धारित शादी समारोह के आयोजको में पेशोपेश की स्थिति बन गई है। 25 दिसंबर से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लगाया जाएगा इसका आज आदेश आ गया है। वही दूसरी तरफ शादियों पर भी पाबन्दी लग गई है। शादियों में 200 से ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं होगी। इस आदेश के बाद पूर्व निर्धारित शादी कार्यक्रमों के आयोजको में हडकंप और पेशोपेश की स्थिति है।
बताते चले कि देश में ओमिक्रान वायरस के आने की आहट के बाद से इसको रोकने के लिए हर स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश की बात करे तो आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 266 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 657 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। आज 37 जिलों में एक भी कोविड मरीज शेष नहीं है। देश के विभिन्न राज्यों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में कुछ कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
सीएम योगी ने उच्चस्तरीय टीम-09 को निर्देश दिए हैं कि वो बाजारों में ‘मास्क नहीं तो सामान नहीं’ के संदेश के साथ व्यापारियों को जागरूक करें। बिना मास्क कोई भी दुकानदार ग्राहक को सामान न दे। इसके साथ ही सड़काें और बाजारों में हर किसी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और प्रभावी बनाया जाए।
सीएम ने कहा कि देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाए। बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है। तीसरी लहर के दृष्टिगत गांवों और शहरी वार्डों में निगरानी समितियों को पुनः सक्रिए करें। बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं। उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन किया जाए, अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।
कोविड की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत हमने पूर्व में व्यवस्थित तैयारियां की हैं। जिनका पुनर्परीक्षण कर लिया जाए। प्रदेश के सभी शासकीय/निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की बारीकी से परख कर ली जाए। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क और डे केयर सेंटर फिर एक्टिव करें।