वाराणसी : अराजकतत्वों ने ओमकारलेश्वर निवासी विकलांग के टैम्पो में लगाई आग, आदमपुर पुलिस को नहीं है अभी तक सुचना, विकलांग राजू गरीब है साहब, उसकी भी फरियाद पढ़ ले…!
ए0 जावेद
वाराणसी। वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित ओमकालेश्वर निवासी रोशन खान उर्फ़ राजू के लिए कल की रात उसकी ज़िन्दगी में शायद ज़िन्दगी भर का अँधेरा लेकर आ गई। किसी अराजकतत्व ने इस विकलांग के टैम्पो में आग लगा कर खुद के लिए तो रौशनी का इंतजाम कर दिया, मगर उसकी ज़िन्दगी को अँधेरे से भर दिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार, ओम्कालेश्वर निवासी रोशन खान उर्फ़ राजू एक विकलांग युवक है, जो किराये पर टैम्पो चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। दिन भर सडको पर टैम्पो चलाकर चन्द सिक्के इकठ्ठा कर अपना व अपने बाल बच्चो के पेट के लिए रोटी तथा तन के लिए कपडे का बमुश्किल इंतजाम कर लेता है। रात होने पर घर के बाहर अपना टैम्पो खड़ा करके घर पर आराम करता है। एक छोटी सी आशा मन में रहती होगी कि रात-बीरात अगर किसी को कही आपात स्थिति में जाना हो तो 2 पैसे उसको भी मिल जायेंगे और खिदमत-ए-खल्क भी हो जायेगी।
राजू खान रोज़ की तरह कल भी अपने दरवाजे पर ऑटो लगाकर घर में सो रहा था। इसी दरमियान देर रत किसी समय किस कमज़र्फ अराजकतत्व को पता नहीं क्या सूझी कि उस गरीब के टैम्पो में आग लगा दिया। सर्द सियाह रात गुजरने के बाद सुबह जब राजू रोज़मर्रा की तरह अपने घर से निकलकर ऑटो के पास पहुंचा तो देखा कि उसकी ऑटो बुरी तरह जल गई है। कमज़र्फो ने राजू के ऑटो को इस तरह से आग लगाई थी कि सिर्फ लोहे का ढांचा ही बचा है।
सुबह अपनी बर्बादी का ये आलम देख कर राजू ने पुलिस को सुचना दिया मगर खबर लिखे जाने तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। वही दूसरी तरफ जब राजू ने कचहरी निवासी टैम्पो मालिक को इसकी जानकारी दिया तो मालिक ने उसके ऊपर और भी बोझा लाद डाला और कहा कि मेरी टैम्पो जिस हाल में थी, वैसी ही मुझे चाहिए। गरीब विकलांग राजू पर कहर के तरीके से ये रात टूट पड़ी। उसकी किस्मत में आंसू के अलावा कुछ न बचा। सिर्फ आंसू पुरे कुनबे के किस्मत में बच गया। परिवार में बच्चो ने इस वक्त तक खाना भी नही खाया है। सिर्फ आंसू बहा रहे है।
जिस भी कमज़र्फ ने उसकी टैम्पो में आग लगाई, उसको मालुम नहीं क्या मज़ा मिला होगा मगर इस विकलांग की ज़िन्दगी में अँधेरा ही अँधेरा आ गया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची है क्योकि शायद आदमपुर पुलिस के पास इस गरीब के लिए वक्त अभी नहीं होगा। टैम्पो मालिक टैम्पो के किराये से अपनी दौलत तो जूटा रहा होगा मगर मुसीबत पड़ने पर उसने भी राजू का साथ छोड़ दिया। राजू अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहा है। टैम्पो को बनवाने के लिए इस विकलांग के पास दो जून की रोटी के अलावा कुछ भी नहीं है। पास लगा सीसीटीवी कैमरा शायद अमीरों के ही वक्त में कम आएगा। इस गरीब के लिए कैमरा मालिक अभी सोकर नहीं उठे है।