लोनी के ग्राम मंडोला आवास विकास योजना से प्रभावित किसानों ने मार्ग किया अवरूध्द
सरताज खान
गाजियाबाद (लोनी)। मंडोला सहित 6 गांव की अधिग्रहित जमीन के मुआवजे संबंधी मांगो को लेकर पिछले पांच वर्षो से धरने पर बैठे किसानों ने आज सरकार से अपनी नाराजगी प्रकट करने के लिए लगभग तीन घंटे तक राष्ट्रीय राज्य मार्ग 709-B को अमरूद रखा। गौरतलब हो कि मंडोला विहार योजना से प्रभावित मंडोला, नानू, पंचलोक, अगरोला, नवादा, मिलक बामला आदि गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण आवास विकास परिषद की मंडोला विहार योजना के लिए किया गया था लेकिन तभी से प्रभावित किसान मुआवजे की रकम से संतुष्ट नहीं है।
संदर्भ लेकर किसान समाजवादी पार्टी की सरकार के समय 2 दिसंबर 2016 को किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में धरने पर बैठे थे। आंदोलनरत किसानों को सभी भाजपा नेताओ का समर्थन भी प्राप्त था और इस दौरान भाजपा नेताओ का धरना रथ किसानों के बीच आना-जाना भी लगा था, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद उसके सभी नेताओ ने धरने पर बैठे किसानों से दूरी बना ली। अपनी मांगों को लेकर पिछले 5 वर्षों से धरने पर बैठे किसानों का आज गुस्सा फूट पड़ा। सैकडो पुरुष व महिला दिल्ली-सहारनपुर मार्ग पर बैठ गए और मार्ग अवरुद्ध कर दिया।
नतीजन देखते ही देखते मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा रोषित किसानों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत किया गया और लगभग 3 घंटे बाद आवागमन सुचारू हो सका। इस दौरान किसानों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन मौके पर पहुंचे अधिकारी को सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि समय रहते उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई तो आंदोलनकारी किसान अपना अगला कदम उठाने को मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।