हाथों में तिरंगे वंदे मातरम के नारों के साथ सम्पन्न हुई पावनखिंड दौड़
समीर कुमार मिश्रा
कानपुर। ग्रीनपार्क कानपुर में क्रीड़ा भारती कानपुर महानगर पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र द्वारा भारत की आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर आयोजित की गयी ऐतिहासिक द्वितीय पावन खिंड दौड़ (एक दौड़ देश के स्वाभिमान के लिए) का आयोजन किया गया। जिसमें कानपुर की प्रत्येक आयुवर्ग की जनता ने 16000 से अधिक प्रतिभागियों ने बहुत उत्साह से भाग लेकर इस दौड़ को ऐतिहासिक और यादगार बनाया। जिसमे छोटे बच्चे महिलाये व बुजुर्ग भी युवाओ के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर दौड़ में भाग लेते नजर आये। सभी पूरे जोश के साथ भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय शिवाजी, जय भवानी के नारों से पूरे रास्ते को गुंजायमान कर दिया। जहां तक देखो तिरंगा ही तिरंगा चारों तरफ लहरा रहे थे।
कार्यक्रम संयोजक संजीव पाठक (क्षेत्रीय संयोजक क्रीड़ा भारती) थे। क्रीड़ा भारती कानपुर महानगर के 200 से अधिक कार्यकर्ताओ ने दौड़ को सुचारू रूप से आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस पावन खिंड दौड़ में कानपुर के विभिन्न सामाजिक जनमानस के अतिरिक्त विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओँ जिनमें प्रमुख रूप एनएलके ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन, पंडित दीनदयाल विद्यालय, बीएनएसडी शिक्षा निकेतन यूनाइटेड पब्लिक स्कूल, ओम्कारेश्वर विद्या निकेतन, वीरेंद्र स्वरुप एजुकेशन सेंटर, जयनारायण विद्या मंदिर, कानपुर विद्या मंदिर, गौरव मेमोरियल इंटरनैशनल, अम्बेडकर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, डीपीएस स्कूल कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नगर निगम विद्यालय, विविध संगठनो विभिन्न खेल असोसिएशन के खिलाडी और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
तिरंगा जनसैलाब उमड़ा हुआ था। आज दौड़ का प्रारंभ भारत माता एवं शहीद सीडीएस जनरल विपिन रावत एवं शहीदों के चित्र पर पुष्पार्चन के बाद कार्यक्रम के अध्यक्ष उमेश पालीवाल और अनिल ओक (अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख), श्रीराम प्रांत प्रचारक, भवानी भीख, अरूण पाठक, एमएलसी, रमेश सह प्रांत प्रचारक डॉ श्याम बाबू गुप्त, अखिलेश, वीना आर्या, विक्की छाबड़ा आदि उपस्थित रहे। अनिल ओक ने अपने उद्बोधन में सभी के समक्ष इस दौड़ के ऐतिहासिक महत्व को बताया। उन्होंने बताया कि क्यों पावनखिंड दौड़ मैराथन दौड़ से बड़ी और गौरवशाली है। जिसकी वजह से हमने कानपुर में द्वितीय पावनखिंड दौड़ का आयोजन किया। कार्यक्रम में बहुत सारे बच्चे वीर शिवाजी, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, बाजीराव पेशवा आदि के वेष में आए हुए थे। जिनके साथ सेल्फी लेने की होड़ दिखी। पूरे मैदान एवं आसपास के क्षेत्र को महापुरुषों के चित्रों से सजाया हुआ था। कहीं रानी लक्ष्मीबाई कहीं छत्रपति शिवाजी कहीं चार साहिब जादे सेल्फी प्वाइंट के रूप में जगह-जगह थे ,हर उम्र के लोग उनके साथ सेल्फी लेते हुए दिखाई दिए।
कार्यक्रम के संयोजक संजीव पाठक ने कार्यक्रम की आख्या एवं परिचय प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का सञ्चालन आशुतोष सत्यम झा सचिव क्रीड़ा भारती कानपुर महानगर ने किया। पावन खिंड दौड़ जो ग्रीन पार्क के फुटबॉल ग्राउंड के गेट से शुरू हो कर मर्चेंट चेंबर लीलामणि अस्पताल से एनसीसी ऑफिस डीएवी होस्टल होते हुए पुनः फुटबॉल मैदान से अंदर आई। पूरे जोश एवं खरोश के साथ 15,000 से अधिक लोग ने पूरी दौड़ संपन्न की। अनेक बुजुर्ग व्यक्ति भी दौड़ पूरी करते हुए दिखाई दिए। लगभग 3 किलोमीटर की दौड़ हर उम्र के लोगो ने उत्साह के साथ पूरा किया। विभिन्न संगठन के लोग दौड़ में शामिल हुए पावनखिंड ऑल कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण कानपुर की मशहूर गायिका गुंतास रही। जिन्होंने अपने देश भक्ति के गीतों “जय हो” और “चक दे इंडिया” गाकर प्रतिभागियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। सभी भारत माता की जय अमर शहीदों की जय का नारा लगाते हुए पूरी मस्ती के साथ 3 किलोमीटर की सांकेतिक दौड़ में सम्मिलित हुए। दौड़ के समापन के बाद 60प्रतिभागियों को लकी ड्रा के माध्यम से स्मृति चिन्ह दिए गए।