हमेशा के लिये खामोश हो गई निर्भीक, निष्पक्ष विनोद दुआ की कलम और ज़ुबाँ, 67 साल की उम्र में कहा दुनिया को रुखसत
तारिक़ खान
डेस्क। वह निर्भीक था, निडर था, सच के शर्त पर कलम को बिकने नही देता था। सच का साथ देने वाला, निर्भीक, निडर कलम का सिपाही आज 67 साल की उम्र में इस दुनिया को रुखसत कह गया। वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ काफी समय से बीमार चल रहे थे। आज उन्होंने 67 वर्ष की आयु में इस दुनिया को रुखसत कह दिया। विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही विनोद दुआ की मौत की अफवाह उड़ी थी, तब उनकी बेटी ने इनका खंडन किया था। मल्लिका ने बताया कि विनोद दुआ का अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट में कराया जाएगा। मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, हमारे बेपरवाह, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया। मल्लिका दुआ ने लिखा, अब वे हमारी मां के साथ हैं यानी अपनी पत्नी के साथ स्वर्ग में हैं।
दरअसल, मल्लिका की मां का निधन इसी साल कोरोना से हो गया था। कोरोना की दूसरी लहर में विनोद दुआ और उनकी पत्नी संक्रमित हो गए थे। दोनों की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। इसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विनोद दुआ 7 जून को घर लौट आए थे। हालांकि, उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था।
विनोद दुआ 67 साल के थे। उनका जन्म नई दिल्ली में हुआ था। विनोद दुआ दूरदर्शन और एनडीटीवी में काम किया। 1996 में वे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार थे, जिन्हें रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें 2008 में पत्रकारिता के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।