उत्तर प्रदेश का सियासी रण: टिकट हुआ फाइनल तो कोविड नियमो के तहत “एकला चलो” के तर्ज पर घर घर शुरू किया “आप” प्रत्याशी अजीत सिंह ने सम्पर्क
शाहीन बनारसी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में हर दल अपनी सरकार बनाने का दावा पेश करते हुवे चुनाव मैदान में उतर पडा है। दिल्ली में हुकूमत कर रहे अरविन्द केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने भी इस बार उत्तर प्रदेश के सियासी रण में दंभ भरा है। कल ही राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने 150 सीट पर अपने प्रत्याशियों के नामो की घोषणा किया है। इस लिस्ट में वाराणसी दक्षिणी विधान सभा सीट से पार्षद अजीत सिंह को आम आदमी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है।
अजीत सिंह मौजूदा पार्षद है, और शहर की सियासत में बड़ा मुकाम उन्हें हासिल है। अजीत सिंह ने चुनावों की अपनी तैयारी तो लगभग एक वर्ष पहले से शुरू कर दिया था। चुनावी तैयारियों के क्रम में अजीत सिंह के काफी आकर्षक पोस्टरों ने जनता का ध्यान अपनी तरफ खीचा था। इन पोस्टरों के शहरों के विभिन्न हिस्सों में लगे रहने के वजह से सियासी जानकारों ने यह कयास लगाया था कि अजीत सिंह विधान सभा चुनाव लड़ेगे।
इसके बाद अजीत सिंह को आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर संजय सिंह ने प्रस्तुत किया। टिकट की घोषणा होने के बाद से कल शाम से ही अजीत सिंह ने जन संपर्क शुरू कर दिया है। कोविड प्रोटोकाल के मद्देनज़र अजीत सिंह अपने साथ केवल एक सहयोगी को लेकर क्षेत्र में भ्रमण करते हुवे दिखाई दिए। अपने पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र सहित लोगो के घर घर जाकर उन्हें अपने और पार्टी के मुद्दे से अवगत करवाते हुवे इस वायदे को ज़रूर बताते है कि हमारी सरकार बनने के बाद प्रदेश में मुफ्त बिजली दिल्ली की तर्ज पर उपलब्ध करवाया जायेगा।
अजीत सिंह ने हमसे बात करते हुवे कहा कि कोविड नियमो का पालन करते हुवे प्रचार प्रसार का काम जारी है। हमारी पार्टी ने जो विश्वास हमारे ऊपर जताया है उसके ऊपर मैं पूरी तरह से खरा उतरूंगा। पुरे विधानसभा ही नही बल्कि पुरे जनपद की जनता मेरा परिवार है। मैं अपने परिवार के सुख दुःख में भागीदारी हु। मैं जानता हु कि विधानसभा क्षेत्र के किस मोहल्ले में क्या समस्या है। चुनाव बाद उन समस्याओं का प्राथमिकता के तौर पर निस्तारण करवाऊंगा।
उन्होंने कहा कि हम शिक्षा, चिकित्सा, स्वस्थ और बेरोज़गारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे है। हम मुफ्त बिजली देने की बात कर रहे है तो हमने ऐसा दिल्ली में किया है। हम शिक्षा की बात कर रहे है तो हमारा दिल्ली में किया गया काम इसका गवाह है। हम चिकित्सा की बात करते है तो हमारी बातो की गवाही दिल्ली की मोहल्ला क्लिनिक दे सकती है। हमारी पार्टी ने सबसे अधिक पढ़े लिखो को टिकट दिया है। पढ़ा लिखा युवा समाज को रास्ता दिखाता है। प्रदेश में हमारी सरकार बनने के बाद हम अपने हर एक वायदों को एक वर्ष के अन्दर ही पूरा करेगे।
गौरतलब हो कि वाराणसी दक्षिणी विधानसभा से अभी तक केवल आम आदमी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। बकिया किसी अन्य दल के प्रत्याशियों की लिस्ट अभी तक नही आई है। ऐसी आशा किया जा रहा है कि 20 जनवरी के बाद से सभी पार्टियाँ अपने अपने प्रत्याशी घोषित करेगी। इस सीट पर भाजपा की जीत काफी समय से होती रही है। इसके पूर्व श्याम देव राय चौधरी दादा यहाँ से लगातार 7 बार यहाँ से चुनाव जीते थे। 2017 में यहाँ से भाजपा ने दादा की जगह नीलकंठ तिवारी को टिकट दिया था। नीलकंठ तिवारी का करीबी मुकाबला कांग्रेस के पूर्व सांसद रहे डॉ राजेश मिश्रा से हुआ था। जिसमे डॉ राजेश मिश्रा को सियासी पटखनी देते हुवे डॉ नीलकंठ तिवारी ने इस सीट पर जीत हासिल किया था।