झूठी इज्ज़त और शान की खातिर माँ और भाई ने मिलकर किया था किशोरी की हत्या
आदिल अहमद
कानपुर। कानपुर के चौबेपुर के एक गांव में गर्भवती किशोरी की हत्या के मामले में पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। किशोरी को उसकी मां व बड़े भाई ने ही मिलकर मौत के घाट उतारा था। गुरुवार को पुलिस ने मामले में हत्या, साक्ष्य मिटाने, पॉक्सो व दुष्कर्म की धारा में एफआईआर दर्ज की है। गांव निवासी एक युवक को दुष्कर्म का आरोपी बनाया है।
जांच में स्पष्ट हुआ कि जब परिजनों को किशोरी के गर्भवती होने का पता चला तो तभी उन्होंने उसे मारने की साजिश रची। गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी के परिजनों ने मंगलवार शाम को पुलिस को सूचना दी थी कि किशोरी ने फांसी लगा खुदकुशी कर ली है। बुधवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि किशोरी पांच माह की गर्भवती थी। उसने खुदकुशी नहीं की बल्कि उसकी हाथों से गला दबाकर हत्या की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने देर रात परिजनों से पूछताछ शुरू की।
चौबेपुर इंस्पेक्टर केएम राय ने बताया कि कुछ दिनों से किशोरी पेट दर्द होने की बात कह रही थी। दो दिन पहले मां उसको डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर ने बताया कि किशोरी गर्भवती है। यह सुन मां के होश उड़ गए। घर आने पर मां ने तीन बेटों में मंझले बेटे (23) के साथ मिलकर बेटी की हत्या की साजिश रची। दोनों ने मंगलवार को दिन में ही किशोरी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। फिर फांसी के फंदे पर लटका दिया, जिससे घटना खुदकुशी लगे। उसके बाद देर शाम पुलिस को सूचना दी थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि गांव निवासी आकाश नाम के शख्स ने किशोरी से दुष्कर्म किया था। इसलिए उसको नामजद आरोपी बनाया है। पुलिस ने मृतका की मां, छोटे भाई व आकाश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। यह भी पता कर रही है कि मृतका के अन्य परिजनों की हत्याकांड में कोई भूमिका है या नहीं। पुलिस का कहना है कि जिस किसी के खिलाफ साक्ष्य मिलेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। वही सबसे बड़ा मुद्दा निकल कर सामने आ रहा है कि हत्या घर के अन्दर हुई और घर के किसी सदस्य को इसकी जानकारी नही हो, ये बात गले से नीचे उतरने वाली नही है।