महज़ 48 घंटो में किया वाराणसी पुलिस कमिश्नर की रामनगर पुलिस ने हत्या का सफल खुलासा, चौक थाना क्षेत्र के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर छोटा मेराज और उसके साथ अमन ने किया था अफज़ल की हत्या, दोनों गिरफ्तार
शाहीन बनारसी
वाराणसी। वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र स्थित एक पोखरे में 20 जनवरी की सुबह मिली अफज़ल की लाश और संदिग्ध मौत का वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की रामनगर पुलिस ने सफल खुलासा करते हुवे चौक थाने के एक हिस्ट्रीशीटर छोटा मेराज उर्फ़ मेराज खान और उसके साथी अमन को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों अभियुक्तों ने मिलकर अफज़ल की हत्या किये जाने की बात भी स्वीकार कर लिया है। बताते चले कि छोटा मेराज नाम से मशहूर दालमंडी के निकट भुलेटन निवासी मेराज खान पर कुल 16 अपराधिक मामले दर्ज है। वह इसके पहले भी कई गंभीर अपराधो में लिप्त रहा है और जेल जा चूका है।
गिरफ़्तारी के संबध में मिली जानकारी के अनुसार मेराज और अमन मिलकर अपराधिक घटनाओं में शामिल रहते थे। मगर अमन कभी पकड़ा नही गया। बीती 19 जनवरी की रात को अमन और छोटा मेराज दारु मुर्गा की बात कहकर अपने साथ मृतक अफज़ल खान को लेकर रामनगर गए थे। मृतक अफज़ल से दोनों अभियुक्तों मेराज और अमन का पैसो के लेनदेन में विवाद हो चूका था। इसी विवाद का बदला लेने के गरज से अमन और छोटा मेराज मृतक अफज़ल खान को लेकर रामनगर दुर्गामंदिर के पीछे पोखरे पर गए और उसको शराब पिलाई।
पुलिस सूत्रों की माने तो अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब मृतक अफज़ल नशे में हो गया तो उसका सर दिवार से लड़ा कर गंभीर चोट पहुचाया और फिर पोखरे में ढकेल कर मार डाला। इसके बाद दोनों अभियुक्तों ने मृतक के शव को वही पोखरे में छिपा दिया और मौके से भाग गये। आज सुबह लगभग 10:30 बजे जब दोनों अभियुक्त राजघाट पुल से कही भागने की फिराक में खड़े थे तभी रामनगर इस्पेक्टर अश्वनी कुमार पाण्डेय ने जरिया-ए-मुखबिर सुचना पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले में विधिक कार्यवाही कर रही है।
कौन है मेराज खान उर्फ़ छोटा मेराज
छोटा मेराज नाम से मशहूर अपना दबदबा दालमंडी और आसपास कायम किये हुवे मेराज खान भुलेटन का निवासी है। मेराज ने अपराध का अपना सफ़र महज़ 20 साल की उम्र में शुरू किया था और नशे के कारोबार में कदम रखा था। नशे के कारोबार में पहली बार वह वर्ष 2000 में चौक पुलिस के हत्थे चढ़ा था। मनबढ़ से अपराधी बना छोटा मेराज एक बार जब जेल गया तो अपराध की पीएचडी करके वापस आया। घर में चहिता होने के नाते परिवार वाले इसके अपराध पर पर्दा डालते रहते थे।
यहाँ से छोटा मेराज के अपराध का सफ़र शुरू हुआ। अपराध दर अपराध करता हुवा कभी जेल तो कभी बाहर रहने वाले मेराज पर अब तक लूट, हत्या के प्रयास, गैंगेस्टर और गुंडा एक्ट जैसे 15 मामले दर्ज हो चुके है। इसमें से एक मामला चेतगंज में दर्ज हुआ था और बकिया 14 मामले चौक थाने में दर्ज थे। नशे के ज़द में पड़ा मेराज अपने अपराध के सफ़र को रोक नही पाया और आखिर हत्या जैसे संगीन मामले में पकड़ा गया है। बताया जाता है कि छोटा मेराज द्वारा ऐसा जघन्य अपराध किया गया है इसकी जानकारी परिजनों को होने के बाद उन्होंने दो दिनों पहले ही आरटीजीएस के माध्यम से उच्चाधिकारियों को सुचना दिया था कि छोटा मेराज को पुलिस उठा ले गई है।
कौन है अमन ?
अमन खान उर्फ़ असद खान राजा खान का बेटा है और नईसड़क थाना दशाश्वमेघ का निवासी है। छोटा मेराज की संगत में आने के बाद से अमन खान भी नशे की लत का शिकार हो चूका था। परिजनों के द्वारा ख़ास ख्याल न रखने के कारण अमन खान के चाल चलन भी बिगड़ने लगे थे। आखिर नशे की लत ने उसके भी कुंडली में अपराध पंजीकृत करवा दिया है।