वाराणसी नगर निगम के उदासीनता की कहानी, गोदौलिया पर बह रहा है साहब सीवर का पानी
ए0 जावेद
वाराणसी। वाराणसी नगर निगम की उदासीनता की कहानी शहर के हर तरफ देखने को मिल रही है। कही गन्दगी तो कही टूटी गलियाँ। इसमें सबसे अधिक शहर को नरकीय स्थिति में ढकेलने के अगर ज़िम्मेदारी तय किया जाए तो जलकल विभाग के ऊपर ज्यादा दिखाई देगी। शहर का शायद कोई ऐसा इलाका होगा जो सीवर की समस्या से ग्रसित न हो। यहाँ तक कि शहर के ह्रदयस्थलिय में गिना जाने वाला गोदौलिया चौराहा भी इसकी उदासीनता पर आज आंसू बहा रहा है।
शहर के ह्रदयस्थलीय समझे जाने वाले गोदौलिया चौराहे की तस्वीरे आपको स्थिति बयान कर रही होंगी। सीवर का पानी नालियों में ही नही बल्कि सडको पर बह रहा है। इस पानी के कारण आने जाने में लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मगर सम्बंधित विभाग को अभी तक होश नही है। स्थानीय जेई आनंद गौरव भले ही दावे करे कि हम समस्या के सामने आते ही उसका निस्तारण कर देते है। मगर समस्या आज सोशल मीडिया तक आकर अपनी कहानी खुद कह रही है। फिर भी निस्तारण नही हुआ है।
यह कोई पहली बार नही है कि सीवर का पानी यहाँ सडको पर टहलने निकला हो। क्षेत्रीय नागरिको की माने तो अकसर ही सीवर का पानी सड़क पर टहलने निकल पड़ता है। दो दिनों से लेकर कभी कभी दो हफ्तों तक सम्बन्धित विभाग इसका संज्ञान नही लेता है। प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र की इस स्थिति को यहाँ के आने वाले पर्यटक क्या छवि लेकर जाते होगे ये सोचनीय विषय है। अब देखना होगा कि आखिर कब तक इस समस्या का जड़ से निदान होता है। या फिर हर बार की तरह बस खानापूर्ति होकर थोड़े वक्त के लिए समस्या का निस्तारण हो जाता है।