उत्तर प्रदेश चुनाव में हुई जिन्ना की वापसी, बोले भाजपा प्रवक्ता पात्रा जिन्हें जिन्ना से है प्यार, वह कैसे करे पकिस्तान से इन्कार
आफताब फारुकी
उत्तर प्रदेश चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आते जा रहे है, सियासत में “जिन्ना” की आमद होती जा रही है। ये कोई पहला मौका नही है जब “जिन्ना” का जिन सियासत में बाहर आया हो। हर एक चुनावों में लगभग जिन्ना का जिन आता है और चुनाव खत्म होने के बाद शायद वापस बोतल में चला जाता है। उत्तर प्रदेश के सियासी रण में एक बार फिर जिन्ना का जिन बाहर आया है और सियासत के दावेदारों ने सियासी अखाड़े में जिन्ना का दाव मार कर विरोधी दल को चित करने की कवायद शुरू कर दिया है।
आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस वार्ता कर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जिन्ना को हमारी पार्टी ने नहीं लाया बल्कि अखिलेश यादव लाए हैं। अखिलेश यादव पाकिस्तान को दुश्मन नहीं मानते हैं। वे दुश्मन मानेंगे भी कैसे जो करे जिन्ना से करे प्यार वह कैसे करे पाकिस्तान से इंकार। अखिलेश यादव का बयान दुखद, चिंताजनक और शर्मनाक है। अखिलेश यादव अपने बयान पर पश्चाताप करें। 2017 के बाद से यूपी में विकास की राजनीति शुरू हुई है।
इतना ही नहीं संबित पात्रा ने अब तक उम्मीदवारों की सूची नहीं जारी करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा। संबित ने कहा कि अखिलेश उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं करेंगे क्योंकि उनकी सूची में अधिकतर उम्मीदवार गुंडे और मवाली भरे पड़े हैं। उन्हें पता है कि अगर वे सूची जारी करेंगे तो जनता के सामने उनकी पोल खुल जाएगी। संबित पात्रा इतना पर ही नहीं रुके उन्होंने जेल गए उम्मीदवार नाहिद हसन को लेकर भी अखिलेश यादव को घेरा। संबित ने कहा कि अगर आतंकी कसाब जिंदा होता तो अखिलेश उसे भी चुनाव में उतारने से नहीं हिचकते।
संबित ने कहा कि अभी अखिलेश यादव चुनाव आयोग को पत्र लिख रहे हैं कि ओपिनियन पोल पर रोक लगे। मैं कहना चाहता हूं कि अखिलेश को अभी ओपिनियन पोल बेकार लग रहा है। अब मैं लिख के दे सकता हूं कि 10 मार्च के बाद उन्हें ईवीएम भी बेकार लगेगी। संबित ने कहा कि अखिलेश यादव व्हाट्सएप से टिकट बांट रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं आखिर अखिलेश को किस बात का भय है।