कोरोना का कहर : मुम्बई में जल्द हो सकती है तालाबन्दी,  दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू   

आदिल अहमद

डेस्क। तेज़ी से बढ़ते कोरोना के कहर ने एक बार फिर लोगो को डरा दिया है। देश में बढ़ रहे है संक्रमण के कहर ने फिर से तेज़ी से रफ़्तार पकड़ ली है। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेज़ी के साथ फ़ैल रहा है। दुनिया भर के सभी देशो के साथ भारत में एक बार फिर से प्रतिबंधो का दौर शुरू हो गया है। संक्रमण को लेकर कई राज्यों में प्रतिबंधो का ऐलान भी किया जा रहा है। वही संक्रमण के बढ़ते रफ़्तार से राजधानी नई दिल्ली और महारष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित नज़र आ रहे है। संक्रमण के बढ़ते कहर से हालात जल्द ही तीसरी लहर का इशारा कर रही है। वही दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, हरियाणा, तेलंगाना, झारखंड में स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

वही अगर प्रतिबंधों की बात करें तो दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू की शुरुआत कर दी गई है और वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था एक बार फिर लागू की जा रही है। मुंबई में भी कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए जल्द ही लॉकडाउन लग सकता है। संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए भारत के कई राज्यों के शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही रात्रि कर्फ्यू समेत अन्य कई प्रतिबंध भी लागू किए गए हैं।
वही कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने मंगलवार को कहा कि अगर शहर में कोरोना के मामले 20 हजार का आंकड़ा पार कर जाते हैं तो यहां केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार लॉकडाउन लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कोई नहीं चाहता कि लॉकडाउन लगे, अगर लॉकडाउन फिर से लगा तो यह सबको बुरी तरह प्रभावित करेगा। लेकिन अगर कोविड के मामले 20 हजार से ऊपर जाते हैं तो लॉकडाउन लगाया जाएगा।
मेयर ने लोगों से अपील की है कि सार्वजनिक बसों और लोकल ट्रेन में सफर करते समय तीन परत वाला मास्क पहनें। जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है वह तुरंत टीका लगवाएं और कोरोना संबंधी सभी नियमों का गंभीरता के साथ पालन करें। मेयर ने कहा कि अगर विवाह समारोह आयोजित होते हैं तो उन्हें नियमों के अनुसार करें और यह सुनिश्चित करें कि इस तरह के कार्यक्रम महामारी के सुपर-स्प्रेडर न बनने पाएं।

वही दिल्ली सरकार ने ओमिक्रॉन के मामलों के तेजी से प्रसार के बीच मंगलवार को सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं के अलावा सभी सरकारी कर्मचारी घर से काम करेंगे। निजी कार्यालयों को 50 फीसदी की क्षमता के साथ काम करने की अनुमति दी गई है।
हालांकि, मेट्रो और बसों का पूर्ण क्षमता के साथ संचालन जारी रखा जाएगा। सिसोदिया ने बताया कि मेट्रो स्टेशनों और बस स्टॉप पर बैठनी की क्षमता आधी करने से वहां लंबी पंक्तियां लग रही हैं। सरकार को आशंका है कि बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशन संक्रमण के तेजी से फैलने का केंद्र बन सकते हैं, ऐसे में इन्हें पूरी क्षमता से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी बिना मास्क यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

कोरोना तेज़ी से अपना पैर पसार रहा है और रोजाना कोरोना से संक्रमित हुए मरीजों की संख्या बढती जा रही है। वही दिल्ली में संक्रमण की दर पांच फीसदी के पार चले जाने के बाद डीडीएमए (दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) ने 28 दिसंबर को ‘येलो अलर्ट’ की घोषणा की थी। इसके तहत दिल्ली में सभी सिनेमाघर और जिम बंद कर दिए गए थे। डीडीएमए की योजना अनुसार पांच दिन तक लगातार संक्रमण दर पांच फीसदी से अधिक रहने पर ‘रेड अलर्ट’ का एलान कर दिया जाता है, जिसके तहत पूर्ण कर्फ्यू लागू कर दिया जाता है।

वही पंजाब सरकार ने भी कोविड मामलों में तेजी को देखते हुए रात्रि कर्फ्यू लगाने और शिक्षण संस्थानों को बंद करने का एलान किया है। इसके अलावा सिनेमाघरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित होने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि ये सभी प्रतिबंध 15 जनवरी तक लागू रहेंगे। इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार सभी शिक्षण संस्थान, स्कूल-कॉलेज, यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे।
सभी कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जाएंगी। हालांकि, मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है।

इसके अलावा बार, सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स, मॉल, रेस्तरां, स्पा, संग्रहालय और चिड़ियाघर 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किए जाएंगे। इन सभी स्थानों पर सभी कर्मचारियों का पूर्ण टीकाकरण होना चाहिए। आदेश के अनुसार प्रदेश में एसी बसें 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाई जाएंगी।
बताते चले कि कोरोना के कहर को देखते हुए गोवा सरकार ने भी स्कूल और कॉलेजों को 26 जनवरी तक बंद करने का फैसला किया है।

वहीं, कर्नाटक सरकार इस सप्ताह संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए और नियंत्रण के लिए नियम लागू करने पर विचार कर रही है। राज्य कैबिनेट विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद इस सप्ताह इस पर निर्णय ले सकता है। पश्चिम बंगाल सरकार ने भी सभी शिक्षण- संस्थानों को बंद करने और कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति 50 फीसदी तक सीमित करने का फैसला किया है। राज्य में कोविड संबंधी प्रतिबंधों को फिर लागू कर दिया गया है। इसके अलावा यहां के लिए मुंबई और नई दिल्ली से उड़ानों को भी सीमित किया गया है। अब ये उड़ानें सप्ताह में केवल दो बार (सोमवार और शुक्रवार को) चलेंगी

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