कोविड प्रोटोकाल उलंघन प्रकरण: सपा को बड़ी राहत, चुनाव आयोग ने कहा पहली गलती है हिदायत देकर छोड़ रहा हु, आगे से न हो
मुकेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी को चुनाव आयोग से बड़ी राहत मिली है। कोविड प्रोटोकाल का उलंघन कर जनसभा करने के आरोपों पर आज चुनाव आयोग ने सपा को बड़ी राहत देते हुवे पहली गलती बताते हुवे सख्त हिदायत देते हुवे भविष्य में सावधान रहते हुवे पाबंदियो का सख्ती से पालन करने की नसीहत दिया है।
गौरतलब हो कि 14 जनवरी को लखनऊ में समाजवादी पार्टी ने सदस्यता ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह में स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा के बाकी बागी विधायकों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की थी। कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ पहुंची थी। जबकि चुनाव आयोग ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर पूरी तरह से रोक लगा रखी थी।
सदस्यता ग्रहण समारोह में उमड़ी भीड़ की वजह से कोरोना गाइडलाइन और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन हुआ था। निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी कर सपा से जवाब भी मांगा था। वहीं, सपा कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित सदस्यता ग्रहण समारोह में कोविड प्रोटोकॉल और धारा 144 के उल्लंघन का मामला गौतमपल्ली थाने में दर्ज किया गया था। भाजपा छोड़कर सपा में गए कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह व अन्य नेताओं के सदस्यता ग्रहण समारोह के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।
डीसीपी मध्य अपर्णा गौतम के मुताबिक गौतमपल्ली थाने के बंदरियाबाग चौकी प्रभारी अजय सिंह ने ड्यूटी के दौरान देखा कि सपा कार्यालय परिसर के अंदर दो से ढाई हजार कार्यकर्ता जुटे हैं। वहीं इनके वाहनों से मार्ग अवरुद्ध हो गया। डीसीपी मध्य अपर्णा गौतम के मुताबिक चुनाव आयोग ने 9 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू की थी। उस दिन घोषणा हुई थी कि 15 जनवरी तक रैली, जुलूस व बैठक का आयोजन नहीं किया जाएगा। इसकी सूचना सभी राजनीतिक दलों को दी गई थी, लेकिन सपा के कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के निर्देशों का खुला उल्लंघन किया है।
चुनाव आयोग ने सपा को भविष्य में सावधान रहने और पाबंदियों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है। साथ ही यह भी कहा है कि सपा ने मौजूदा चुनाव में पहली बार कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन किया है, इसलिए उसे भविष्य में सतर्क रहने और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने की चेतावनी दी गई है।