जारी हुआ आज फिर भाजपा में इस्तीफे का दौर, शिकोहाबाद से भाजपा विधायक डॉ मुकेश वर्मा ने दिया पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा
आदिल अहमद
डेस्क। स्वामी प्रसाद मौर्या का इस्तीफ़ा क्या हुआ लगातार भाजपा में रोज़-ब-रोज़ इस्तीफे का दौर शुरू हो गया। महज़ 24 घंटो के अन्दर ही स्वामी प्रसाद मौर्या और कैबिनेट मंत्री दारा सिह चौहान जैसे बड़े नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया था। वही भाजपा इस डैमेज कंट्रोल में लगी ही थी कि आज सुबह की शुरुआत फिर इस्तीफे से हुई है। इस बार भाजपा को झटका शिकोहाबाद के विधायक द्वारा लगा है। शिकोहाबाद से विधायक डॉ0 मुकेश वर्मा ने पार्टी की सदस्यता से ही इस्तीफ़ा दे दिया है। पांच साल पहले भाजपा में शामिल हुवे डॉ0 वर्मा ने 2012 का चुनाव बसपा से लड़ा था और वह चुनाव हार गए थे।
डॉ0 मुकेश वर्मा ने यह जानकारी आज गुरूवार की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि भाजपा सरकार द्वारा पांच वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न ही कोई उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा दलित, पिछड़ों किसानों व बेरोजगारों की उपेक्षा की गई। ऐसे कूटनीतिक रवैये के कारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य शोषित, पीड़ितों की आवाज हैं और वह हमारे नेता हैं मैं उनके साथ हूं।
वर्ष 2017 में बसपा छोड़कर भाजपा में आए डॉ। मुकेश वर्मा को मोदी लहर में विधायक बनने का सौभाग्य मिला। शिकोहाबाद विधानसभा में 87,851 वोट पाकर सपा प्रत्याशी संजय यादव को 10,777 मतों से हराया था। संजय यादव को 77, 074 वोट मिले थे। जबकि तीसरे नंबर पर बसपा के शैलेंद्र कुमार को 37, 512 वोट हासिल हुए थे। डॉ0 मुकेश वर्मा सपा में जाने की अटकलें अब तेज हो गई हैं। क्योंकि इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्य का जिक्र कर उन्हें अपना नेता बताया है। इससे यह कयास लगाया जा रहा है कि वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।