नही लड़ेगे चुनाव अवतार सिंह भडाना, लिया नामांकन वापस, उनके वकील ने किया पुष्टि
आफताब फारुकी
डेस्क। राष्ट्रीय लोकदल के जेवर से प्रत्याशी अवतार सिंह भडाना चुनाव नहीं लड़ेगी। आज इस बात की घोषणा उनके लीगल एडवाइज़र ने मीडिया से बातचीत में किया। उन्होंने कहा कि अवतार सिंह भडाना को कोरोना हो जाने के वजह से वह आईसुलेट रहेगे। जनता के हित को ध्यान में रखते हुवे अवतार सिंह भडाना चुनाव नहीं लड़ेगे।
#ग्रेटर_नोएडा : अवतार सिंह भड़ाना राष्ट्रीय लोकदल के ज़ेवर से प्रत्याशी ज़ेवर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। नामांकन के बाद नाम वापस लिया @RLDparty pic.twitter.com/LeeShwNnQj
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) January 20, 2022
अवतार सिंह भडाना नोयडा के ज़ेवर विधानसभा से राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी थे। उन्होंने अपना नामांकन भी कर रखा था। आज उनके लीगल एडवाइज़र ने मीडिया से बात करते हुवे कहा कि अवतार सिंह भडाना कोरोना संक्रमित हो गए है। ऐसे में वह जनता के हितो को ध्यान में रखते हुवे चुनाव नही लड़ेगी। इसकी जानकारी उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को प्रदान कर दिया है। नामांकन अपने प्रोसेस से वापस ले लिया जायेगा।
बता दें कि चार बार सांसद रहे और मीरापुर के मौजूदा विधायक अवतार सिंह भड़ाना को दल बदलने में माहिर खिलाड़ी के तौर पर पहचाना जाता है। भाजपा छोड़कर 12 जनवरी को उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल का दामन थामा था। इसके बाद सपा गठबंधन ने उन्हें गौतमबुद्धनगर की जेवर सीट से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि इस सरकार ने किसी की नहीं सुनी और इस बार गठबंधन मजबूत तरह से चुनाव लड़ रहा है।
हरियाणा के रहने वाले अवतार सिंह भड़ाना 64 साल के हैं। उनका राजनीतिक सफर लंबा है। कांग्रेस के टिकट पर वह फरीदाबाद से तीन बार और मेरठ से एक बार 1999 में सांसद रहे चुके हैं। इसके बाद साल 2017 में भाजपा के टिकट से मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर उन्होंने चुनाव लड़ा और बहुत कम वोटों से वह चुनाव जीत सके थे।
जेवर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले अवतार सिंह भड़ाना ने 3 दिनों पहले अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। अवतार सिंह भड़ाना गौतमबुद्ध नगर जिला मुख्यालय तक ट्रैक्टर से चढ़ कर नामांकन करने के लिए गए थे। उन्होंने नामांकन के दरमियान मीडिया से बात करते हुवे बदलाव लाने की बात कही थी। मगर चुनाव शुरू होने के पहले और बदलाव लाने से पूर्व ही वह बीमार अब हो चुके है। ऐसे में अवतार सिंह भडाना के चुनावी मैदान से हटने का फायदा दुसरे दल उठा सकते है।
अगर सपा गठबंधन अन्य किसी को अपना समर्थन नही देता है तो सत्ता से नाराज़ वोट कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चौधरी पाले में भी जा सकता है। वही दूसरी तरफ भडाना के चुनाव से पीछे हटने का फायदा उठाने में बसपा भी पीछे नही रहेगी। बसपा प्रत्याशी नरेन्द्र सिंह भाटी भी अवतार सिंह भडाना के पीछे हटने का फायदा उठाने की कोशिश करेगे और चाहेगे कि भडाना के मतों का रुझान उनके तरफ हो जाए। सब मिला कर सियासी हडकंप की स्थिति इस वक्त बनी हुई है।