पुलिस कर रही तलाश और बाहुबली पूर्व सांसद अतीक के बेटे अली ने दिया अदालत में आत्मसमर्पण की अर्जी
तारिक़ खान
प्रयागराज। रंगदारी मागने के आरोपी कुख्यात अतीक अहमद का बेटा अली पुलिस के लिए एक अबूझ पहेली बना हुआ है। पुलिस उसकी तलाश एक लम्बे समय से कर रही है। मगर उत्तर प्रदेश की पुलिस को चकमा देते हुवे अली आज भी फरार है। इस दरमियान बड़ी खबर सामने आई है जो पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहा है। अतीक के बेटे अली ने अदालत में सरेंडर करने की अर्जी डाली है। बताते चले कि अली की तलाश में उत्तर प्रदेश की पुलिस लगी हुई है। मगर पुलिस के हाथ आज भी खाली है।
बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद ने अदालत में आत्मसमर्पण करने की अर्जी दी है। आत्मसमर्पण अर्जी पर अदालत ने थाना करेली से रिपोर्ट तलब की है। मामले की सुनवाई 12 जनवरी को होगी। यह आदेश न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अली अहमद के अधिवक्ता राधेश्याम पांडेय को सुनकर दिया है। अली अहमद की ओर से कोर्ट में प्रस्तुत आत्मसमर्पण अर्जी में कहा गया है कि वह 19 वर्ष का है और शांतिप्रिय नागरिक है और एलएलबी प्रथम वर्ष का छात्र है। पुलिस बिना कोई कारण बताएं 10 दिनों से लगातार घर पर दबिश डालकर उसको पूछ रही है और परिजनों को परेशान कर उत्पीड़न कर रही है। कोर्ट से याचना की गई है कि थाना करेली से रिपोर्ट तलब कर लिया जाए। क्योंकि, वह आत्मसमर्पण करना चाहता है।
गौरतलब हो कि 30 दिसंबर को जीशान उर्फ जानू ने अली समेत नौ नामजद व 15 अज्ञात के खिलाफ करेली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसका आरोप है कि अली व उसके साथियों मो। असद, आरिफ उर्फ कछौली, संजय, इमरान, सैफ, अमन, कुल्लू 15 अज्ञात लोगों के साथ असलहों से लैस होकर उसके ऐनुद्दीनपुर स्थित प्लॉट पर आए और जेसीबी से कार्यालय ढहा दिया। यही नहीं, कनपटी पर पिस्टल सटाकर अली ने अपने अब्बा से बात कराई, जिसमें जमीन उसकी बीवी के नाम करने या तो पांच करोड़ रुपये पहुंचाने की बात कही गई।
यही नहीं इसके बाद उसे व उसके रिश्तेदार समेत दो लोगों को जमकर पीटा गया। मामले में अली अब्बा नाम से भी एक आरोपी को नामजद किया गया है। घटना के बाद से ही आरोपी फरार हैं। पुलिस का दावा है कि उनकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिश जारी है लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल सका है। इधर अली की ओर से सरेंडर के लिए कोर्ट में अर्जी डाली गई है। इस बात की भी चर्चा है कि फरार चल रहे उसके अन्य साथी भी जल्द ही सरेंडर की अर्जी डाल सकते हैं।
अब सवाल यह है कि जब लगातार दबिश दी जा रही है तो आखिर कैसे आरोपी पकड़े नहीं जा पा रहे हैं। उधर, मामले के एक आरोपी आरिफ उर्फ कछौली की ओर से फेसबुक पर वीडियो डालकर धमकी देने के मामले में भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गौरतलब है कि चार दिन पहले ही यह वीडियो सामने आया था। जिसमें आरोपी गालियां देते हुए देख लेने की धमकी दे रहा था। इस संबंध में वादी मुकदमा की ओर से पुलिस को बताया गया था कि वीडियो के माध्यम से उसे धमकाया गया। मामले में करेली एसओ अनुराग शर्मा का कहना है कि वीडियो में आवाज स्पष्ट नहीं है। जहां तक आरोपियों का सवाल है तो उनकी तलाश की जा रही है।