भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के गोरखपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा पर गर्म हुई सियासत, बसपा बोली कैडर वोट पर हमारे नही पड़ेगा फर्क तो भाजपा का दावा रामभक्त योगी के सामने रावण की होगी ज़मानत जब्त
मुकेश यादव
डेस्क. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ़ रावण के गोरखपुर से चुनाव लड़के की घोषणा के बाद से सियासी बयानबाजियो का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ जहा भीम आर्मी का वोट बैंक भी अनुसूचित जाति-जनजाति समाज होने पर बसपा के नेताओं का दावा है कि उनके कैडर वोट पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। वही दूसरी तरफ भाजपा नेता एक कदम आगे बढ़कर कहते हैं, राम भक्त योगी के सामने ‘रावण’ की जमानत तो जब्त ही होनी है।
पूर्वांचल के गोरखपुर-बस्ती मंडल में भीम आर्मी का संगठन अभी बहुत सक्रिय नहीं है, लेकिन इस संगठन के कर्ताधर्ता चंद्रशेखर आजाद को जानने वालों की संख्या ठीक-ठाक है। बीते अगस्त में पादरी बाजार क्षेत्र की रहने वाली और गोरखपुर विश्वविद्यालय की एक छात्रा की आत्महत्या का मामला गर्माया था। उस दौरान चंद्रशेखर आजाद छात्रा के परिजनों से मिलने अचानक गोरखपुर आ गए। साथ ही कहा था कि वे गोरखपुर में पहली बार जरूर आए हैं, लेकिन उनका यह अंतिम दौरा नहीं है।
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष शशिभूषण शाका बताते हैं कि संगठन ने तभी से तैयारी शुरू कर दी। शहर के सभी मोहल्लों में अपना नेटवर्क बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी कार्यकर्ता बनाए गए हैं। संगठन विधानसभा चुनाव को लेकर काफी उत्साहित है। संस्थापक अध्यक्ष के गोरखपुर से चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने और जोर-शोर से तैयारी प्रारंभ कर दी है। सोशल मीडिया से जुड़ा संगठन भी सक्रिय कर दिया गया है। संगठन के जिला सचिव विक्की राखी मंडल, अध्यक्ष अविनाश निगम, संजय राणा रविंद्र सिंह गौतम का कहना है कि भीम आर्मी गोरखपुर में काफी मजबूत स्थिति में है और संगठन यहां के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए सभी जरूरी उपाय कर रहा है।
इस मामले में भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी केएम मझवार का कहना है कि गोरखपुर में विकास की गंगा बह रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जनता एतिहासिक अंतर से चुनाव में विजयी बनाने का मन बना चुकी है। जो भी लड़ने आएगा, उसकी जमानत जब्त होगी। रामभक्त के सामने ‘रावण’ की क्या बिसात, जमानत जब्त होगी। चंद्रशेखर का गोरखपुर में कोई वजूद नहीं है। गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर लोकसभा क्षेत्र से पांच बार सांसद रह चुके हैं। गोरखपुरवासियों के हर सुख-दुख में खड़े रहते हैं। उनकी अगुवाई में दोबारा भाजपा सरकार बनेगी।
वही दूसरी तरफ बसपा के पूर्व मुख्य सेक्टर प्रभारी जावेद सिमनानी कहते हैं, हम लोग भीम आर्मी को संज्ञान में ही नहीं ले रहे हैं। उनका कोई जनाधार नहीं है। बसपा का कैडर वोट व्यवस्थित है। बूथ और सेक्टर स्तर पर हमने तैयारी कर रखी है। शहर विधानसभा में भाजपा की लड़ाई बसपा से ही होगी। दो से तीन दिनों में एक मजबूत प्रत्याशी को पार्टी चुनाव में उतारेगी। वहीं, पार्टी के महानगर अध्यक्ष आलोक मोदी का दावा है कि चुनाव में भीम आर्मी हवा-हवाई ही साबित होगी। हमारी तैयारी काफी पहले से है। पार्टी कैडर के लोगों को ही प्रत्याशी बना रही है।