हाथरस की बेटी स्मृति दिवस पर हुआ सपा मुखिया का आदेश तो किशन दीक्षित के नेतृत्व में सपा जनों ने मोमबत्ती जला कर किया “बिटिया” को याद
शाहीन बनारसी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुवे वीभत्स कांड की याद में समाजवादी पार्टी ने हर माह की 30 तारीख को “हाथरस बेटी स्मृति दिवस” के रूप में मनाने का फैसला किया है। इस क्रम में आज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट के माध्यम से उत्तर प्रदेश की जनता से अपील करते हुवे कहा है कि हर महीने की 30 तारीख को हाथरस बेटी स्मृति दिवस मनाये।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि “उत्तर प्रदेश वासियों व सपा कार्यकर्ताओं से अपील है कि हर महीने की तीस तारीख को मनाए जानेवाले ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ की कड़ी में आज 30 जनवरी को ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाएं और लोगों को ‘दलित व महिला विरोधी भाजपा’ की बर्बरता याद दिलाएं।”
इस ट्वीट के बाद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने मुखिया के आदेश का पालन करते हुवे जगह जगह कैंडल जलाए। इस क्रम में वाराणसी से सपा नेता किशन दीक्षित के नेतृत्व में मोमबत्ती जला कर दो मिनट का मौन रखकर सपाजनों ने हाथरस की बेटी को याद किया। इस अवसर पर किशन दीक्षित, मो0 अजफर “गुड्डू मास्टर”, राघव यादव, सैफ रजा आब्दी, सिराज कुरैशी, अशरफ खान, रविदास, अक्षय, अमन अहमद और अयान अहमद तथा अजहर अली आदि शामिल थे।
इस अवसर पर किशन दीक्षित ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुवे कहा कि हाथरस जैसी घटना से पूरा मुल्क शर्मसार था और है। मगर भाजपा सरकार पर इसका कोई फर्क नही पड़ा। इस सरकार में महिलाओं की सुरक्षा शुन्य हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की जनता महिला विरोधी इस सरकार को 10 मार्च को उखाड़ फेकेगी।