रूस-युक्रेन के बीच नही कम हो रहे तनाव, अभी ही मंडरा रहा है हमले का खतरा, युक्रेन ने डोनेट्स्क के नागरिको से घरो में रहने की किया अपील
आफताब फारुकी
डेस्क: युक्रेन ने अपने शहर डोनेट्स्क के नागरिको को घरो में रहने की सलाह देते हुवे अपील किया है कि इस संकट की घडी में वह अपने घरो से बाहर न निकले। इस बीच रूस-युक्रेन के बीच चल रहे तनाव में राहत नही मिलती दिखाई दे रही है। रूस द्वारा युक्रेन पर हमले का खतरा अभी भी बरक़रार है। यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी ने दावा किया कि उसके शहर डोनेट्स्क में कई सामाजिक बुनियादी सुविधाओं को रूस नुकसान पहुंचा रहा है। युक्रेन ने डोनेट्स्क निवासियों से यह भी आग्रह किया कि वह सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें।
यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी डीआईयू ने ट्वीट करके रूस पर निशाना साधा है। डीआईयू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने सैनिकों के माध्यम से रूस बुनियादी सुविधाओं और ढांचों को नुकसान पहुंचाकर स्थिति को अस्थिर करना चाहता है और इस तरह की घटनाओं को वह यूक्रेन पर आतंकवादी जैसे गतिविधियों के आरोप लगाने के लिए आधार बनाना चाहता है।
इसके साथ ही यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने अपने नागरिकों को सचेत करते हुए कहा कि अपने घरों से न निकलें और जहां तक हो सकते सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें। एजेंसी ने आतंकी कृत्य जैसी उकसावे वाली किसी भी घटना के किसी भी समय घटने की आशंका जताई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को एक बार फिर यूक्रेन संकट को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि रूसी सेना आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला करने का इरादा रखती है। हमें विश्वास है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाएंगे। बाइडेन ने कहा कि रूस की ओर से दुष्प्रचार में वृद्धि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का बहाना हो सकती है।
उन्होंने कहा कि हम रूस की ऐसी घातक योजनाओं को दुनिया के समक्ष बार-बार जोर-शोर से उठा रहे हैं, इसलिए नहीं कि हम संघर्ष चाहते हैं, बल्कि इसलिए कि हम यूक्रेन पर आक्रमण को सही ठहराने और ऐसा होने से रोकने के लिए रूस की ओर से बताए गए किसी भी कारण को टालने के लिए अपनी शक्ति के अनुरूप सब कुछ कर रहे हैं। यदि रूस अपनी योजनाओं पर आगे बढ़ता है, तो वह एक विनाशकारी और अनावश्यक युद्ध के लिए जिम्मेदार होगा। हम यूक्रेन में लड़ने के लिए सेना नहीं भेजेंगे, लेकिन हम यूक्रेनी लोगों का समर्थन करना जारी रखेंगे।
बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर भारी संख्या में रूसी सैनिक जमा हैं। इससे पहले शुक्रवार को ब्लिंकन ने कहा कि रूस कह रहा है वह सीमा पर से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है। लेकिन इसके विपरीत सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी गुरुवार को कहा था कि रूसी आक्रमण का खतरा “बहुत अधिक” है क्योंकि उन्होंने अपने किसी भी सैनिक को वापस नहीं बुलाया है। बाइडन ने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि वे यूक्रेन पर हमला करने का बहाना बनाने के लिए एक झूठे ऑपरेशन में लगे हुए हैं।
उधर, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि क्रीमिया के पास शनिवार से काला सागर में होने वाले इस युद्धाभ्यास में परमाणु क्षमता संपन्न बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें इस्तेमाल की जाएंगी। इसमें रूस का अंतरिक्ष बल, स्ट्रेटेजिक मिसाइल कमान, नॉर्दर्न और ब्लैक सी बेड़े शामिल होंगे। पहले दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में मौजूद रहेंगे।
इस दरमियान रूस ने यूक्रेन संकट पर भारत के रुख का स्वागत किया है। भारत में रूसी दूतावास ने ट्वीट किया कि हम भारत के संतुलित, सैद्धांतिक और स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं। यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा था कि ने इस समय रचनात्मक कूटनीति की आवश्यकता है और ऐसे किसी भी कदम से बचना चाहिए जिससे तनाव भड़के।