अदाकारी में मील का पत्थर बना चुकी आलिया भट्ट को है ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ से बड़ी उम्मीदे
मो0 कुमेल
डेस्क. आलिया भट्ट को सिनेमा में बतौर मुख्य अभिनेत्री 10 साल पूरे हो रहे हैं। आलिया ने अपने करियर में नियमित अंतराल पर लीक से हटकर किरदार करके अपने प्रशंसकों और समीक्षकों दोनों को चौंकाया है। ‘हाइवे’, ‘उड़ता पंजाब’ ‘डियर ज़िंदगी’, ‘राज़ी’ और ‘गली ब्वॉय’ उनके अभिनय यात्रा के मील के पत्थर बन चुके हैं। धुकधुकी अब ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ की है।
एक बेहद उग्र स्वभाव के फ़िल्म निर्देशक और एक शांत, सरल और सहज सी दिखने वाली अभिनेत्री आलिया भट्ट का मिलन ही अपने आप में दिलचस्प है। निर्देशक महेश भट्ट और अभिनेत्री सोनी राजदान की बेटी आलिया भट्ट को करण जौहर ने सिनेमा में मौका दिया। लेकिन, हिंदी सिनेमा में चोटी पर वह अपनी लगातार मेहनत से पहुंची है।
एक साक्षात्कार में आलिया भट्ट ने गंगुबाई पर बात करते हुवे कहा है कि “मुझे लगता है कि ये एक भावनात्मक दर्द रहा इस किरदार को निभाने का। आज मैं वह बता सकती हूं लेकिन शूटिंग के समय शायद नहीं। मैं इस फिल्म के सेट पर जाती थी तो कुछ गलत नहीं होता था पर मैं बीमार महसूस करती थी।“
उन्होंने कहा कि “कभी पीठ में दर्द, कभी कंधों में दर्द। आंखों में दिक्कत, सिर में भारीपन। संजय सर मुझे कहते किं तुम इस किरदार को भावनात्मक रूप से इतना कुछ दे रही हो कि बीमार पड़ रही हो। गंगूबाई का जिक्र कहीं नहीं होता। कोई सोचेगा भी नहीं कि इस पर फिल्म क्यों बनाएं लेकिन ये एक किरदार है तो उसे बताना ही चाहिए।“