एक बड़ी साजिश के तहत बुज़ुर्ग महिला की हुई थी हत्या, दरवाज़े पर जाने आखिर क्या हुआ था जो खुला दरवाज़ा

आदिल अहमद

कानपुर। कानपुर में एक बुज़ुर्ग महिला से लूटपाट और क़त्ल के वारदात को अंजाम देने का तरीका बता रहा है कि एक बड़े साजिश के तहत पुरे प्लान के साथ घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस पूछताछ में जो तथ्य अभी तक सामने आये है उसके अनुसार दरवाज़ा जिस तरीके से खुला वह कोई जान पहचान वाला ही हो सकता है। नौकरानी ने जो कुछ पुलिस को बताया उसके अनुसार दरवाज़े पर बजी घंटी के बाद जब पूछा गया “कौन?” तो आवाज़ आई “ड्राईवर”। जिसके बाद नौकरानी ने दरवाज़ा खोल दिया था।

ये तथ्य बताता है कि घटना को अंजाम देने वाला कोई न कोई जान पहचान वाला ही मामले में शामिल हो सकता है। बहरहाल, दरवाज़ा खुलने के बाद बर्बरता पूर्वक मधु की हत्या कर दी जाती है। मधु और नौकरानी दोनों चीखते रहे, लेकिन उनकी चीख दीवारों के भीतर ही दबी रह गई। सावित्री का कहना है कि जब आवाज़ आई ड्राईवर बुलाया था तो आया हु, तो उसने ये बात बुज़ुर्ग मधु को बताई थी और मधु ने दरवाज़ा खोलने को कहा था।सावित्री के अनुसार जैसे ही दरवाजा खोला वैसे ही दोनों बदमाश भीतर घुस आए। एक ने तत्काल मधु को चाकू की नोक पर ले लिया। दूसरे ने सावित्री के हाथ पैर तार से बांधकर बाथरूम में बंद कर दिया। सावित्री का कहना है कि उसके बाद उनको नहीं पता चला कि बाहर क्या हुआ। सुबह जब नीरू व पुलिस पहुंची तब वह बाहर निकल सकी।

सावित्री ने बताया कि उसको बाथरूम में बंद करने के बाद बदमाशों ने मधु को पीटना शुरू कर दिया था। लॉकर व अलमारियों की चाबियां लीं। नकदी व जेवरात लूटे। सावित्री का कहना है कि मधु की चीखें सुनाई दे रही थीं। वो मिन्नतें कर रही थीं कि उसको छोड़ दें। जो लेना हो ले जाएं लेकिन बदमाश नहीं माने। जब आखिर में मधु की चीखें बंद हो गईं तब सावित्री को अनहोनी की आशंका हुई। हैरानी की बात ये है कि ये चीखें फ्लैट के बाहर तक नहीं सुनाईं दीं। इसलिए बदमाश आसानी से फरार हो गए।

वारदात के वक्त मधु व सावित्री ही फ्लैट में थीं। बदमाशों ने मधु को मार दिया लेकिन सावित्री को छोड़ दिया। इसको लेकर पुलिस कई आशंकाओं पर काम कर रही है। आशंका है कि शायद मधु बदमाशों में से किसी को पहचानती थीं। इसी डर से उसको मार दिया। वही सावित्री को छोड़ देने की बात पर भी पुलिस अपने अंदाज़ में इसकी जानकारी इकठ्ठा कर रही है। मधु का फ्लैट नंबर 307 है। उनकी बेटी नीरू का फ्लैट ठीक ऊपर 407 नंबर है। मधु के फ्लैट के ठीक ऊपर नीरू का फ्लैट है। जिस वक्त बदमाश मधु पर बर्बरता कर रहे थे उस वक्त नीरू व उनका परिवार सो रहा था। इससे ये बात तो साफ़ साफ़ ज़ाहिर करती है कि शायद बदमाशो को मालूम थी कि फ़्लैट साउंड प्रूफ है।

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