एक वर्ष में न बन पाई बलिया जनपद के चौकिया मोड़ से तेंदुआ तक का जर्जर मार्ग, स्थानीय निवासियों के लिए अभिशाप साबित हो रही है सड़क
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड(बलिया): चौकिया मोड़ से तेंदुआ ग्राम सभा तक लगभग 4 किलोमीटर की जर्जर सड़क लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। एक वर्ष पूर्व से रुक-रुक कर बन रहे इस मार्ग पर अभी तक पिचिंग कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। हालत यह है कि पिछले 10 दिनों में इसके पिचिंग कार्य पर तीन बार ब्रेक लग चुका है, जिससे लोगों में काफ़ी आक्रोश की स्थिति है।
बलिया से मऊ दोहरीघाट आजमगढ़ लखनऊ होते हुए राजधानी दिल्ली को जोडने वाला वह मुख्यराजमार्ग है। यह चौकिया मोड़ से तेंदुआ ग्राम सभा तक जर्जर हो चुकी है। यह सड़क स्थानीय निवासियों के लिए एक अभिशाप बन चुकी है। लगभग एक वर्षों से खराब सड़क का दंश झेल रहे नगरवासियों को उस समय राहत का आभास हुआ जब पिछले वर्ष फरवरी में क्षेत्रीय सांसद रविन्द्र कुशवाहा व विधायक धनन्जय कन्नौजिया द्वारा इसका शिलान्यास किया गया। लोगों को उम्मीद थी कि उक्त सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। परन्तु एक वर्ष से कछुआ चाल से चल रहा निर्माण कार्य अब तक पूरा न होने से लोगों में काफ़ी आक्रोश है।
इस मार्ग का 10 दिन पूर्व फिर शुरू हुआ, मगर महज़ दस दिनों में ये पिचिंग कार्य अब तक दो-दो बार बंद हो चुका है। वर्तमान समय में आधी अधूरी पिचिंग कार्य के बाद पिछले तीन दिन से सड़क पर कोई कार्य नहीं हुआ है। सड़क का पिचिंग न होने के चलते जहां वाहनों के आवागमन के समय धूल धक्कड़ उड़ने से सड़क के किनारे बसे दुकानदारों का बुरा हाल है। वहीं यहां के निवासियों का बुरा हाल है। इस सम्बन्ध में मशीनरी व्यवसायी अजय जायसवाल का कहना है कि सड़क से वह आजिज आ चुके हैं। पेंट व्यवसायी राजीव उर्फ चुन्नू का कहना है कि कुछ कहने लायक नहीं हम तो इस पर उड़ रही धूल धक्कड़ से बीमार हो चले हैं।