युक्रेन पर बड़ा साइबर अटैक, शक की सुई रूस पर
आफताब फारुकी
यूक्रेन में सैन्य संकट के बीच बड़ा साइबर अटैक हुआ है। यहां की सरकारी एजेंसियों और बड़े बैंकों पर साइबर हमले की रिपोर्ट है। इस हमले की वजह से कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। यूक्रेन प्रशासन का कहना है कि, हो सकता है इसके पीछे रूस का ही हाथ हो। जब वह सीधे हमले की योजना में सफल न हो पाया हो तो उसने यह घटिया काम शुरू किया हो।
यूक्रेन सरकार के मुताबिक, वहां पर डीडीओएस साइबर अटैक हुआ है। इसकी वजह से कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। इसमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं। यूक्रेन के सबसे बड़े सरकारी बैंक और कई प्राइवेट बैंकों के ऐप तक काम नहीं कर रहे हैं और ऑनलाइन पेमेंट भी नहीं हो पा रहा है। इसकी पुष्टि खुद सूचना एवं तकनीकि मंत्रालय की ओर से की गई है। हालांकि, कहा गया है कि बैंकों में जमा ग्राहकों के फंड को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
जनवरी में भी यूक्रेन पर साइबर अटैक हुआ था। तब 70 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। उस समय भी यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया था। रूस ने साल 2017 में यूक्रेन पर बड़ा साइबर हमला किया था। उसने NotPetya नाम के वायरस के जरिए दुनियाभर में 10 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचाया था।
गहराते यूक्रेन संकट के बीच मंगलवार को रूस के रुख में नरमी भी देखी गई थी। रूस ने दावा किया था कि वह यूक्रेन पर आक्रमण के विचार को बदल रहा है और सेना को वापस बुला रहा है। हालांकि, अमेरिका को रूस की इस चाल पर भरोसा नहीं है। उसने रूस से इसकी पुष्टि के सबूत मांगे हैं।