हिंसक घटनाओं के बीच मणिपुर ने किया दुसरे चरण में 76.04 फीसद मतदान, चुनावी हिंसा में हुई दो की मौत
आफताब फारुकी
डेस्क: चुनावी हिंसा के बीच मणिपुर में दुसरे दौर का मतदान संपन्न हो गया है। दुसरे दौर में कुल 76.04 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। हिंसक घटनाओं के बीच संपन्न हुवे चुनाव में दो लोगो की मौत होने का समाचार है। इस चरण में आज सुबह से ही मतदान की रफ़्तार तेज़ रही और मतदान खत्म होने तक कुल 76.04 फीसद मतदान हुआ है। जबकि पहले दौर में मतदान 78.03 फीसद था। वर्ष 2017 चुनावो से मिलान करे तो वर्ष 2017 में मणिपुर ने 86.63 फीसद मतदान किया था।
मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान शनिवार सुबह शुरू हो गया। छह जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर मतदाता 92 उम्मीदवारों का भविष्य तय कर रहे है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉलों का पालन करते हुए 1247 मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए सभी बंदोबस्त कर लिए गए हैं। दूसरे चरण में मैदान में उतरे कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में तीन बार मणिपुर के मुख्यमंत्री रह चुके ओ इबोबी सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री गैखंगम गंगमेई शामिल हैं। दोनों नेताओं कों कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है।
मणिपुर में चुनाव का दूसरा चरण भी हिंसा से ग्रसित रहा है। बताया गया है कि थोउबल और सेनापति जिले में हुई हिंसक घटनाओं में दो लोगों की मौत हुई। मणिपुर के थोउबल में शनिवार को मतदान शुरू होने से पहले एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या हो गई। मृतक का नाम एल अमुबा सिंह बताया गया है।
पुलिस के मुताबिक, वह शनिवार सुबह ही कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के घर गया था और उससे तय समय के बाद चुनाव प्रचार न करने के लिए कहा था। इसी दौरान दोनों के बीच बहस हो गई और कांग्रेस कार्यकर्ता ने फायरिंग कर दी, जिसमें सिंह की मौत हो गई। मणिपुर में दूसरे फेज की वोटिंग जारी है। थोउबाल जिले में भी सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ देखी गई। इस बीच युवाओं ने बताया कि राज्य में बेरोजगारी एक बड़ा मसला है। हम इस बार ज्यादा रोजगार के लिए वोट कर रहे हैं। मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने शनिवार को मतदान के बाद कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम इस बार थौबल में 10 में 9 सीट जीत रहे हैं और हम मणिपुर में पूर्ण बहुमत से जीतने वाले हैं।