अंतिम चरण के मतदान हेतु वाराणसी में सपा गठबंधन ने झोकी ताकत, बोली ममता बनर्जी, “यूपी में खेला होबे, भाजपा का खदेड़ा होबे”
शाहीन बनारसी
वाराणसी: आज छठवे चरण का मतदान खत्म हो चूका है। अब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अंतिम चरण का मतदान बाकी है। इस अंतिम चरण में वाराणसी का चुनाव होना है। प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर विपक्ष कोई कमी नही छोड़ना चाहता है और पूरी ताकत झोके हुवे है। इसी क्रम में आज रिंग रोड के निकट एढे ग्राम में सपा की एक जनसभा आयोजित हुई जिसमे सपा मुखिया अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, जयंत चौधरी, ओमप्रकाश राजभर और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हुई।
इस जनसभा को संबोधित करते हुवे ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी में खेला होबे। उन्होंने मंच से सपा की जीत और भाजपा को खदेड़ने का नारा लगाया। कहा कि जब मैं बनारस एयरपोर्ट से घाट जा रही थी तो भाजपा के गुंडों ने मेरी गाड़ी रोकी। उन्होंने मेरी कार पर डंडे मारे और कहा कि यहां से वापस जाओ। तब मुझे यह अहसास हुआ कि भाजपा यूपी में कितनी हताश और निराश है। पश्चिम बंगाल में भाजपा हारी है, यूपी में भी भाजपा को हराना है। यूपी में अब खेला होबे, भाजपा का खदेड़ा होबे।
यूपी में बीजेप हार रहा है ,मैसेज क्लीयर है। खेला होवे:- @MamataOfficialhttps://t.co/pHFogkTdGB pic.twitter.com/mzUwBf00Y7
— Sachin Yadav (@SachinYadavRJD) March 3, 2022
जनसभा को संबोधित करते हुवे अखिलेश यादव ने कहा कि ममता बनर्जी के यहां आते ही ना केवल भाजपा हारेगी। उन्होंने कहा कि आज छठवें चरण का मतदान है। जब सातवें चरण में जब वोट पड़ेगा तब भाजपा का सफाया हो जाएगा। पूर्वांचल की जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी बल्कि साफ करेगी। जनता सपा सरकार बनाने का मन बना चुकी है। अखिलेश ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही हम पूर्वांचल का अभूतपूर्व विकास करेंगे।
जनसभा को संबोधित करते हुवे शिवपाल यादव ने कहा कि जनता के कहने पर और भाजपा को हराने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मतभेद खत्म किए हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता की बारी है कि भाजपा को सत्ता से हटाएं। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने महंगाई और बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर भाजपा को घेरा। कहा कि जब मैं अरविंद राजभर के नामांकन में जा रहा था तब भाजपा के गुंडों ने हमारे ऊपर जानलेवा हमला किया। मैंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा मैं रहूं या न रहूं सामाजिक न्याय के आंदोलन को जारी रखना।