मिर्ज़ापुर-सोनभद्र एमएलसी सीट से विनीत सिंह निर्विरोध हुवे निर्वाचित, दूसरी बार बने एमएलसी विनीत सिंह है कराटे में ब्लैक बेल्ट
तारिक़ खान
वाराणसी: विनीत सिंह एक बार फिर से मिर्ज़ापुर-सोनभद्र एमएलसी सीट से चुनाव में निर्वाचित हुवे है। भाजपा प्रत्याशी विनीत सिंह इस सीट पर निर्विरोध निर्वाचित हुवे है। जिला अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कलेक्ट्रेट सभागार में विनीत सिंह को निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र सौंपा। प्रमाण पत्र लेने के बाद विनीत सिंह ने इसे भगवान श्री राम और माता विंध्यवासिनी की कृपा बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों और कार्यों के चलते लोगों का जन समर्थन हासिल हो रहा है। मिर्जापुर-सोनभद्र क्षेत्र से विनीत सिंह 2010 में बसपा के समर्थन से एमएलसी चुने गए थे।
इसके पहले बुधवार को सपा प्रत्याशी रमेश सिंह यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया था। जिसके कारण विनीत सिंह के निर्विरोध होने का रास्ता साफ हो गया था। गुरुवार दोपहर नाम वापसी के अंतिम दिन तीन बजते ही विनीत सिंह को निर्वाचित घोषित कर दिया गया। मिर्जापुर सोनभद्र स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन में तीन प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। जिसमें से एक प्रत्याशी प्रेमचंद का पर्चा तकनीकी कारणों से निरस्त कर दिया गया था। एमएलसी चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन भाजपा ने पूर्व एमएलसी विनीत सिंह को प्रत्याशी घोषित कर सबको चौंका दिया था। पूर्व एमएलसी विनीत सिंह ने जिला पंचायत चुनाव में मिर्जापुर के साथ ही सोनभद्र व चंदौली में अपने रसूख का इस्तेमाल भाजपा के लिए किया था।
मिर्जापुर की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर लगातार तीन बार से श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह का कब्जा है। 2011 और 2016 में लगातार उनकी पत्नी प्रमिला सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ीं और भारी मतों से विजयी रहीं। वहीं 2021 में हुए जिला पंचायत के चुनाव में उनके विश्वासपात्र राजू कन्नौजिया भारी मतों से जीते और अध्यक्ष बने।
विनीत सिंह वाराणसी के चोलापुर विकासखंड के गोला गांव के रहने वाले हैं। पिता शिवमूरत सिंह राजस्व विभाग में कर्मचारी थे। ये पांच भाइयों और चार बहनों में चौथे नंबर पर हैं। बड़े भाई त्रिभुवन सिंह चोलापुर से ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। विनीत सिंह जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विनीत सिंह कराटे में भी ब्लैक बेल्ट हैं। इन्होंने काशी विद्यापीठ से स्नातक किया है।