कर्नाटक पेपर लीक मामले में आरोपी को दोषमुक्त किये जाने पर रोक लगाते हुवे सुप्रीम कोर्ट ने किया तल्ख़ टिप्पणी, कहा व्यापम जैसे मामले विकृत है और शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर रहे है
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज सख्त टिपण्णी करते हुवे कहा है कि पेपर लीक जैसी घटनाये देश की शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर रही है। मध्य प्रदेश के व्यापम जैसे मामले विकृत है और शिक्षा प्रणाली को ही ख़राब कर रहे है। एक आरोपी की जमानत रद्द करने की कर्नाटक सरकार की अपील की सुनवाई के दौरान सीजेआई जस्टिस एस ए बोबडे ने ये टिप्पणियां दी हैं।
अदालत ने इस क्रम में कर्नाटक में 2016 के प्रश्न पत्र लीक मामले में एक किंगपिन को नोटिस जारी कर पूछा, क्यों ना उसकी जमानत रद्द कर दी जाए। वही सुप्रीम कोर्ट ने दूसरे आरोपी को आरोपमुक्त करने पर रोक लगाई है। दरअसल कर्नाटक हाईकोर्ट ने प्रश्न पत्र लीक मामले में किंगपिन शिवकुमारैया को जमानत दे दी थी। जबकि मामले से सह आरोपी ओबलाराजू को आरोपमुक्त कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने शिवकुमारैया को नोटिस जारी किया और ओबलाराजू को मामले से मुक्त करने के उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगा दी। सीजेआई बोबडे ने कहा कि हम एक संदेश देना चाहते हैं। ये लोग शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर रहे हैं। हम उन मामलों से गुजर रहे हैं जहां शिक्षा प्रणाली विकृत और खराब की गई है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि मध्य प्रदेश में व्यापम मामले में क्या हुआ था। दरअसल मार्च 2016 में कर्नाटक सरकार ने इन लोगों के साथ अन्य आरोपियों के खिलाफ प्री यूनिवर्सिटी परीक्षा के लिए रसायन विज्ञान प्रश्न पत्र लीक करने के लिए मामला दर्ज किया था। इस मामले में राज्य में हंगामा खड़ा कर दिया था।