वाराणसी कबीरचौरा लूटकांड: सैकड़ो कैमरों की निगरानी करते हुवे @SatishBharadwaj की चौक पुलिस ने तोडा “इरानी गैंग का भ्रमजाल”, सभी 6 सरगना को गिरफ्तार कर बरामद किये लूट के 7 लाख 33 हज़ार
ए0 जावेद
वाराणसी: वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र में हुई पिछले दिनों लूट कांड का वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की चौक पुलिस ने सफल खुलासा करते हुवे 6 लुटेरो को गिरफ्तार कर उनके पास से लुटे गए 8 लाख रुपयों में से 7 लाख 33 हज़ार बरामद कर लिया है। गिरफ्तार सभी अभियुक्त कुख्यात “इरानी गैंग” के सरगना है। पुलिस ने सैकड़ो कैमरों की निगरानी करते हुवे इस गैंग द्वारा लूट की घटना में प्रयुक्त एक टवेरा कार सहित दोनों बाइक भी बरामद कर लिया है। ये पहला मौका है कि इस ईरानी गैंग पर इतनी बड़ी कार्यवाही हुई है। यह गैंग देश भर में घूम घूम कर ऐसी घटनाओं को अंजाम देता था।
गौरतलब हो कि आज एक सप्ताह पूर्व (24 मार्च) बृहस्पतिवार को दोपहर में गाज़ीपुर के दिलदारनगर निवासी कारोबारी तबरेज़ बनारस कारोबार के सिलसिले में आया था। कारोबारी तबरेज़ अपने साथ 14 लाख रुपया लेकर बनारस आया था। बनारस में वह सबसे पहले गोलादीना नाथ जाता है और वहा कारोबार के सिलसिले में 5 लाख का भुगतान कर ऑटो से बेनिया जाने के लिए आगे बढ़ते है तब तक पीछे से दौड़ते हुवे कुछ लोग आते है और उसको जमकर हडकाते हुवे कहते है कि तुझे आवाज़ दे रहे है रुका क्यों नही? आरोप है कि खुद को पुलिस वाला बताते हुवे सभी उसके बैग की तलाशी लेने लगते है। इस तलाशी के दरमियान कारोबारी के बैग में रखे रुपयों में से 8 लाख रुपया निकाल लिया और मौके से फरार हो गए थे। दिन दहाड़े हुई इस घटना से आसपास के क्षेत्र में ही नही बल्कि शहर में हडकंप मच गया था। घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुची चौक पुलिस ने मामले में अपराध पंजीकृत करते हुवे घटना के खुलासे में जुट गई।
कैसे पकड़ा गया “ईरानी गैंग”
इस घटना के बाद पुलिस ने 2 और 2 की कड़ियाँ जोड़ना शुरू किया। इस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्रा के नेतृत्व में टीम हर एक पहलू पर जाँच कर रही थी। पुलिस ने घटना से जुड़े काफी लोगो से मामले में पूछताछ किया। मगर पुलिस के हाथ इस घटना में इन लोगो के शामिल होने से खाली ही रहे। दुसरे तरफ इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा के नेतृत्व में दूसरी टीम दालमंडी चौकी इंचार्ज अजय कुमार और पियरी चौकी इंचार्ज प्रीतम तिवारी द्वारा कैमरों की निगरानी हो रही थी। सैकड़ो कैमरों की निगरानी के बाद पुलिस को एक संदिग्ध टवेरा कार दिखाई देती है। जो बाइक सवार लुटेरो के साथ साथ घटना स्थल से लेकर आगे तक चल रही थी।
यहाँ से पुलिस को पहला सुराग मिलता है और पुलिस इस कड़ी को पकड़कर आगे चलती है। कैमरों की निगरानी करते करते एक कैमरे में टवेरा कार का नम्बर स्पष्ट दिखाई दे जाता है। इस तबतक लगभग 200 कैमरों की जाँच हो चुकी थी। इस हाडतोड़ मेहनत के बाद अब मामला था कार के मालिक का पता करते हुवे घटना को अंजाम देने वाले लोगो की गिरफ़्तारी का। कार नम्बर स्पष्ट हो जाने के बाद पुलिस ने कार का फालोअप करना जारी रखा।
आखिर कल देर रात जब आधी दुनिया नर्म मुलायम बिस्तर पर आराम तलब कर रही थी तब वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की चौक पुलिस ने इस घटना में शामिल सभी 6 अभियुक्तों को बेनिया हरिजन बस्ती के पास से घटना में प्रयुक्त कार, दो बाइक और लूट के 7 लाख 33 हज़ार रुपयों सहित गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में भोपाल का अबू हैदर और मेहंदी हसन, राजस्थान का इमरान अली बेग महाराष्ट्र थाणे का गुलाम जाकिर जाफरी आंध्र प्रदेश का सय्यद अबू थरब अली और सीहोर मध्य प्रदेश का मोहम्मद आसिम शामिल है। गिरफ़्तारी करने वाली टीम में मुख्य रूप से इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा, पियरी चौकी इंचार्ज प्रीतम तिवारी, एसआई राजेंद्र यादव आदि शामिल थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में जानकारी हासिल हुई कि ये सभी मिलकर इरानी गैंग चलाते है। यह गैंग देश भर में घूम घूम कर ऐसी घटनाओं को अंजाम देता है और फिर रफूचक्कर हो जाता है। गैंग के ये सभी 6 संचालक और सरगना है। इस गैंग द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए पुलिस द्वारा बरामद की गई दोनों बाइक और टवेरा कार का प्रयोग किया जाता है। गैंग के 4 सदस्य बाइक से घटना को अंजाम देते है और दो अन्य सदस्य बैकअप टीम की तरह कार में रहते है। चुँक पुलिस को मिली इस सफलता से खुश होकर वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने टीम को 50 हज़ार के इनाम की घोषणा किया है।