शिवपाल सिंह यादव के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर अखिलेश यादव ने कहा: लोकतंत्र की भाजपा सीरियल किलर

आदिल अहमद

कन्नौज। मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकले तेज़ हो रही है। अभी हाल ही में यूपी विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गई थी। वही एक बार फिर तेज़ी से ये अटकले चल रही है कि शिवपाल सिंह यादव भाजपा ज्वाइन करने वाले है।

वही अखिलेश यादव ने इन अटकलों पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। एमएलसी चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं में दम भरने आए सपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की सीरियल किलर है। महंगाई, भ्रष्टाचार और लूटपाट बढ़ रही है। जनता बैंकों में जाकर अपने-अपने लॉकर्स चेक करे, वहां खूब लूट हो रही है।

बलिया में पेपर लीक करने की सूचना सार्वजनिक करने और खबर छपने वाले पत्रकारों को सरकार ने जेल भेज दिया। सरकारी अपनी नाकामी छिपाने के लिए पत्रकारों की आवाज बंद कर रही है। बुधवार को पूर्व सीएम आखिलेश यादव तिर्वा-कन्नौज मार्ग स्थित सपा कार्यालय पहुंचे थे। यहां उन्होंने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अलावा एमएलसी चुनाव में मतदाता जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। अखिलेश यादव ने एमएलसी प्रत्याशी हरीश कुमार के पक्ष में मतदान कर चुनाव जिताने की अपील की।

इस दौरान चाचा शिवपाल सिंह यादव की नाराजगी का कारण पूछने पर कुछ देर तक चुप्पी साधने के बाद कहा कि लोकतंत्र की भाजपा सीरियल किलर है। पारिवारिक सवालों के जवाब देने का अभी समय नहीं है। अस्पतालों में सरकारी दवाएं नहीं है। दुष्कर्म, लूटपाट की घटनाएं बढ़ रही हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताओं और पदाधिकारियों के कैडर के हिसाब से कार्यालय में बैठक की। अखिलेश के सामने कई नेता विधानसभा चुनाव में मिली हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ने लगे।

वही कई नेताओं के बीच खूब नोकझोंक हुई। नेताओं को शांत कराते हुए अखिलेश ने कहा कि ईद के बाद वे आकर तीनों विधानसभा सीटों की बूथवार समीक्षा करेंगे। बुधवार को अखिलेश यादव की बैठक को लेकर सुबह से पार्टी कार्यालय पर नेताओं की भीड़ जुटने लगी। सुरक्षाकर्मियों ने तलाशी लेकर नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अंदर जाने दिया। नेताओं और पदाधिकारियों के पार्टी में कद के हिसाब से अलग-अलग करीब 50 से 60 लोगों की दोपहर एक बजे शाम पांच बजे तक बैठक की।

विधान सभा चुनावों में मिली हार को लेकर कई नेताओं ने एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते हुए अपना कद बढ़ाने का एहसास कराया। इस दौरान कई नेताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई। कार्यकर्ताओं ने जिले की कार्यकारिणी भंग करते हुए योग्य और कर्मठ लोगों को पदाधिकारी बनाए जाने की मांग की। बैठक में शामिल होने वाले नेताओं और एमएलसी चुनाव के मतदाताओं की सूची तैयार की गई थी।

सूची में अंकित नाम वाले व्यक्तियों को प्रवेश दिया गया। कुछ सभासदों और सपा नेताओं का सूची में नाम न होने पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इससे आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पूर्व विधायक कलियान सिंह दोहरे ने रुठे लोगों को समझा कर अपने साथ अंदर ले गए।

प्रेसवार्ता के दौरान कुछ लोगों ने कहा कि कन्नौज में सपा का गढ़ ढह चुका है। सदर विधायक पूर्व आईपीएस अफसर असीम अरुण को प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी है। इस पर अखिलेश यादव बोले कि वे ऐसे किसी भी व्यक्ति को नहीं जानते हैं और न ही पहचानते हैं। कन्नौज की जनता ने हमेशा समाजवादियों का साथ दिया है। आने वाले चुनावों में सपा को अच्छी जीत मिलेगी।

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