पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला मर्डर केस की होगी न्यायिक जाँच, नम आखो से हज़ारो ने दिया अंतिम सफ़र में श्रधांजलि, पुलिस को मिल रहे सुराग से उठे सवाल, क्या हत्याकाण्ड में लारेंस विश्नोई गैंग के जुड़े है तार?
आदिल अहमद
डेस्क: पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड की न्यायिक जाँच पंजाब सरकार करवायेगी। आज सिद्धू मुसेवाला के परिजनों की मांग पर मामले की जाँच का आदेश दिया गया। गौरतलब हो कि सिद्धू मुसेवाला के परिजनों ने ने न्यायिक जाँच की मांग करते हुवे कहा था कि जब तक न्यायिक जाँच नही होगी तब तक वह अंतिम संस्कार नही करेगे। सरकार द्वारा न्यायिक जाँच का आदेश होने के बाद आज सिद्धू मुसेवाला को हज़ारो लोगो ने अंतिम यात्रा में श्रधांजलि अर्पित किया।
न्यायिक जांच की मांग माने जाने के बाद आज मूसे वाला का अंतिम संस्कार किया गया। सिद्धू मूसे वाला का अंतिम संस्कार आज उनके गांव में किया गया। मूसे वाला के अंतिम संस्कार के लिए उनके गांव में भारी भीड़ जमा हो गई। भारी भीड़ को देखते हुए गांव में सुरक्षा के पुख्ते इंतेजाम किए गए हैं। पंजाब सरकार द्वारा सुरक्षा घेरे में कटौती किए जाने के एक दिन बाद पंजाब के मानसा जिले में रविवार को प्रदेश के मशहूर गायक और कांग्रेस नेता मूसे वाला की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद आप सरकार सवालों के घेरे में आ गई।
सिद्धू मूसे वाला का पोस्टमार्टम बीते दिन ही हो चुका है। 5 डॉक्टर्स की टीम ने मूसे वाला का पोस्टमार्टम किया। उत्तराखंड स्पेशल टॉस्क फोर्स की मदद लेकर संदिग्धों को पकड़ लिया गया है। बताया जा रहा है कि पकड़े गए लोग लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हैं, इन्हें देहरादून के नया गांव चौकी पर पकड़ा गया। इन सभी को हिरासत में लिया गया है। दूसरी तरफ पंजाब पुलिस ने सोमवार दावा किया है कि उनको पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में अहम सुराग हाथ लग गया है।
पुलिस ने कहा कि कुछ लोगों से पूछताछ के बाद उसे कई अहम सुराग मिले हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर सामने आयी एक सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि गायक की हत्या से ठीक पहले उनके वाहन का पीछा किया जा रहा था। पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक व्यक्ति पर हत्या में शामिल होने का शक है। वह उन तीर्थयात्रियों के बीच छुपा था जो हेमकुंड साहिब की यात्रा पर थे। पंजाब और उत्तराखंड पुलिस की एक संयुक्त टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
पजाब पुलिस ने कहा कि सिंगर सिद्धू मूसे वाला को एक असॉल्ट राइफल से 30 गोलियां मारी गई थीं। मूसे वाला ने इस साल के शुरुआत में कांग्रेस के टिकट पर पंजाब का विधानसभा चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी थी। पंजाब के पुलिस प्रमुख वीके भावरा ने कहा है कि ये वारदात फिलहाल आपसी रंजिश का नतीजा लग रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह घटना गैंगवार का मामला प्रतीत होती है।” मूसे वाला के मैनेजर शगुन प्रीत का नाम पिछले साल एक युवा अकाली नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में शामिल था। इसके बाद शगुनप्रीत ऑस्ट्रेलिया भाग गई थी।