मंदिर मस्जिद की खबरों के बीच दबी बड़ी खबर: असम में जारी बाढ़ के कहर में 6 लाख 50 हज़ार से अधिक लोग हुवे प्रभावित, 27 जिलो में जारी है बाढ़ का कहर, गृह मंत्री अमित शाह ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
मुकेश यादव/करन कुमार
डेस्क: एक तरफ मंदिर मस्जिद को लेकर आपके पसंदीदा चैनल पर बहस चल रही है। कभी ज्ञानवापी मस्जिद तो कभी मथुरा ईदगाह, वक्त मिलने पर अब दिल्ली की जामा मस्जिद और आगरा का ताजमहल भी बहस का मुद्दा बन जा रहा है। इन सबके बीच जमकर नफरती बयानों का दौर जारी है। मगर इसी सबके बीच एक बड़ी खबर ये दबी हुई है कि असम बाढ़ के कहर से कराह रहा है।
असम हर साल की तरह इस बार भी मुसीबत का सबब बनकर आती रही है। इस बार भी असम में बाढ़ ने लोगों की जिंदगी मुश्किल बना दी है। राज्य के 27 जिलों में 6 लाख 50 हज़ार से अधिक लोग प्री-मानसून बारिश के कारण आई बाढ़ से प्रभावित हैं। इस दौरान नौ लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मिल रही जानकारी के अन्सुआर 48,000 से अधिक लोगों को 248 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। होजई और कछार सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित जिले हैं। हर जिले में 1 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत होजई जिले में फंसे 2,000 से अधिक लोगों को बचाया है। दक्षिण असम में दीमा हसाओ जिला आज पांचवें दिन भी रास्ते बह जाने के चलते प्रभावित रहा। बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने दीमा हसाओ से सड़क और रेल संपर्क काट दिया है।
इसके चलते रविवार से बराक घाटी के साथ-साथ त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के महत्वपूर्ण हिस्सों के लिए सड़क और रेल संपर्क भी टूट गया है। पिछले दो दिनों से पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश हो रही है। गुवाहाटी में मौसम विभाग ने अगले चार दिनों में पूरे क्षेत्र में व्यापक बारिश की चेतावनी जारी की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम को केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट में कहा कि वह पहले ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बात कर चुके हैं। राज्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने और संचार चैनलों को बहाल करने के लिए संघर्ष कर रहा है।