मानसिक रूप से परेशान है विश्वनाथ कारीडोर गेट के सामने सड़क पर नमाज़ पढने वाली आयशा, पुलिस ने भेजा अस्पताल

ईदुल अमीन/शाहीन बनारसी

वाराणसी: आज जुमे की नमाज़ के दरमियान ज्ञानवापी मस्जिद में नमाजियों का हुजूम उमड़ पड़ा था। वही आज के ही दिन परिसर का सर्वे होना था। दोपहर का सूरज चढ़ा हुआ था। नमाजियों की लाइन मस्जिद में जाने के लिए लगी थी। दूसरी तरफ मीडिया अपने कैमरों के साथ मुस्तैद खडी थी। सुरक्षा व्यवस्था भी इतनी चाक चौबंद है कि परिंदा भी पर नही मार सकता है। हर तरफ गहमागहमी का माहोल था।

इसी दरमियान एक महिला आती है और विश्वनाथ कारीडोर के गेट नम्बर 4 के आगे मुसल्ला बिछा कर नमाज़ पढने लगती है। दो रकआत नमाज़ अदा करने में महज़ 5 मिनट का वक्त लगता है। इस दरमियान मीडिया के कैमरों ने कैद कर लिया और देखते ही देखते फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जब तक लोग समझ पाते तब तक महिला ने दो रकआत नमाज़ मुकम्मल कर लिया। जानकारी होने पर थाना प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा अपने अधिनस्त दालमंडी चौकी इंचार्ज अजय कुमार और महिला पुलिस कर्मियों एक साथ दौड़ते हुवे पहुचे और जैसे ही महिला ने नमाज़ के बाद सलाम फेरा उसको महिला पुलिस की सहायता से हिरासत में ले लिया गया।

हिरासत में लेकर महिला को थाना चौक लाया जाता है। थाना चौक पर पुलिस कर्मियों से पूछताछ में उसने अपना नाम आयशा बताया और अपनी हाल-ए-ज़िन्दगी जब तफसील से पुलिस को बताया और नमाज़ पढने का कारण बताया तो तुरंत पुलिस उसकी मानसिक परेशानी को बेहतर समझ गई और महिला को इलाज की ज़रूरत है ये जानकर महिला को मंडलीय चिकित्सालय इलाज हेतु भेजा गया। पुलिस को महिला के झोले की तलाशी लिया गया तो मानसिक चिकित्सालय वाराणसी, एसएसपीजी कबीर चौरा और राजकीय महिला चिकित्सालय वाराणसी की मेडिकल रिपोर्ट मिली।

पुलिस ने जब तफ्तीश किया तो जानकारी हासिल हुई कि मानसिक चिकित्सालय में उस महिला का इलाज मनोरोग विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार सिंह की देख रेख में किया जा रहा है। महिला के पास से हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीरे, दवाये, वोटर आईडी कार्ड और जाति प्रमाण पत्र मिला। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में महिला ने बताया कि मेरे पति की पहली पत्नी से 7 बच्चे है। मानसिक बिमारी के कारण मुझको घर से निकाल दिया गया है। मुझको सपने में दिखा था कि मैं यहाँ नमाज़ पढ़ रही हु तो मैं यहाँ नमाज़ पढने चली आई। थाना प्रभारी चौक शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि महिला को चकित्सा की सुविधा के लिए महिला आरक्षी की देखरेख में एसएसपीजी अस्पताल कबीर चौरा भेजा गया है।

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