4 धाम यात्रा पर महंगे हुवे भगवान् के दर्शन, अब दर्शनार्थियों को चुकाने होंगे 600 रुपया अधिक
अजीत कुमार
डेस्क: भगवान् के दर्शन हेतु चार धाम की यात्रा पर निकले श्रधालुओ के जेब पर महंगाई की मार अब पड़ेगी और भगवान् के दर्शन हेतु 600 रुपया अधिक चुकाना पड़ेगा। बसों के किराय में 20 पतिशत की वृद्धि के कारण अब ऋषिकेश से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री जाने के लिए हर एक यात्री को अब 3,250 रुपये की जगह 3,850 रुपये चुकाने होंगे। पेट्रोल डीज़ल के दामो में बेतहाशा वृद्धि के कारण बसों के किराए बढे है। ये किराय सभी यूनियन ने बढाये है।
बताते चले कि पिछली बार एक सीट पर 3250 रुपया किराया चुकाना पड़ता था। मगर राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से किराये में बढ़ोतरी से पहले ही उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने किराया बढ़ा दिया है। किराये में बढ़ोतरी को लेकर महासंघ का तर्क है कि पिछले दो साल में इंधन तेलों की कीमतों में प्रति लीटर 30 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में पुरानी दरों पर चारधाम यात्रा कराना संभव नहीं है। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि फिलहाल यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से प्रति यात्री 3,850 रुपये किराया लिया जा रहा है। राय का कहना है कि किराये में बढ़ोतरी का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों, टैक्सी, कैब, सिटी बस के साथ ही ट्रैक्टर, लोडर के किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण स्तर पर लंबित है। सरकार, शासन और परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर गठित किराया निर्धारण समिति ने रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है। प्राधिकरण की बैठक में किराये में बढ़ोतरी का निर्णय लिया जाना है, लेकिन यात्रा से पहले प्राधिकरण की बैठक नहीं हो पाई, जबकि उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया था।
यही नही उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बाद टैक्सी संचालकों ने भी किराये में बढ़ोतरी कर दी है। इनोवा गाड़ी के लिए अब एक दिन के साढ़े चार हजार की जगह छह हजार रुपये किराया लिया जा रहा है। किसी परिवार को इनोवा से चारधाम यात्रा करनी है, तो 10 दिन के लिए 45 हजार रुपये की जगह 60 हजार रुपये देना पड़ रहे हैं। टैक्सियों के किराये में बढ़ोतरी को लेकर दून ट्रेवल्स आनर्स एसोसिएशन के प्रधान योगेश अग्रवाल का कहना है कि चूंकि पेट्रो पदार्थों की कीमतों में 30 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में पूर्व निर्धारित किराये की दरों पर यात्रा पर जाना संभव नहीं है।
भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने पर उमड़े श्रद्धा के सैलाब ने चारधाम यात्रा के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। कोरोना की वजह से दो वर्षों से कपाट खुलने के मौके पर चला आ रहा सन्नाटा भक्तों के जयकारों से टूटा गया। कपाट खुलने के पहले दिन शाम चार बजे तक 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए। यह पहले दिन भक्तों की संख्या का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों, ढोल-तमाशे की थाप पर यात्री थिरकते रहे।