नुपुर शर्मा के बयान को लेकर है खाड़ी देशो में अभी भी विरोध, मार्किट से भारतीय उत्पादों को हटाने की मीडिया रिपोर्ट दे रहा जानकारी
शाहीन बनारसी/करन कुमार
कुवैत: भाजपा की प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान पर पार्टी ने भले ही उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया है। मगर खाड़ी देशो में ये विरोध भारत के मुखालिफ होने लगा है। हाल कुछ ऐसी हो गई कि खाड़ी देशो में दोनों नेताओं की जगह भारत का विरोध होने लगा। ट्वीटर पर भारतीय प्रोडक्ट के बाईकाट करने की भी मांग होने लगी। अरब देशो ने अपने देश में भारतीय दूतावास के राजनयिकों को तलब कर लिया और उनसे अपनी आपत्ति जाहिर किया। ये विरोध ऐसे बढ़ा कि भाजपा को अपने दोनों नेताओं को पार्टी से निकालना पड़ा।
मगर इसके बाद भी मामला थमता नही दिखाई दे रहा है। खाड़ी देशों की नाराजगी बरक़रार है। NDTV ने अपनी खबर में दावा किया है कि कुवैत में एक सुपरमार्केट ने भारतीय प्रोडक्ट्स को अपनी अलमारियों से हटा दिया है। खबर में दावा किया गया है कि कमेट्स को इस्लाम के खिलाफ करार देते हुए अल अरदिया को-ऑपरेटिव सोसाइटी के स्टोर्स ने भारतीय चाय और अन्य उत्पादों को ट्रालियों में जमा कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब, क़तर और क्षेत्र के अन्य देशो के अलावा मिस्र स्थित अल अजहर यूनिवर्सिटी ने बीजेपी प्रवक्ता के बयान की तीखे शब्दों में आलोचना की है। कुवैत सिटी के बाहर स्थित सुपरमार्केट में चावल की बोरियों, मसालों और मिर्च की अलमारियों को प्लास्टिक शीट्स से ढंक दिया गया है। अरबी भाषा में लिखे संदेश में पढ़ा जा सकता है, “हमने भारतीय उत्पादों को हटा दिया है।” न्यूज एजेंसी AFP से इस स्टोर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नसीर अल मुताइरी ने बात करते हुवे कहा है कि “कुवैती मुस्लिम के तौर पर हम पैगंबर का अपमान सहन नहीं कर सकते।”
बताते चले कि भारत सरकार ने टिप्पणियों को “अनुचित” और “संकीर्ण मानसिकता वाली” करार दिया है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि “नई दिल्ली सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखती है।” उन्होंने कहा, ‘‘कुछ व्यक्तियों द्वारा एक पूजनीय हस्ती के खिलाफ आक्रामक ट्वीट एवं अमर्यादित टिप्पणी की गई। ये टिप्पणियां किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती हैं।” उन्होंने कहा कि संबंधित निकायों द्वारा इन लोगों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।