अभियोजन कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक में बोले डीएम: लम्बित वादों में प्रभावी पैरवी कर अधिक से अधिक अभियुक्तों को सजा दिलाई जाए
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी: सोमवार की देर शाम करीब 5:30 बजे कलेक्ट्रेट में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने एडीएम संजय कुमार सिंह, एएसपी अरुण कुमार सिंह के साथ अभियोजन कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक की तथा संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। अभियोजन कार्यो की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने निर्देश दिया कि गम्भीर प्राकृति के वादों में प्रभावी पैरवी कर अधिक से अधिक दोषियों को सजा दिलाई जाए जिससे अपराधी किस्म के लोगों को यह मैसेज जाए कि छोटा से छोटा अपराध करने पर भी वे सज़ा से बच नहीं सकते हैं।
डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि न्यायालय में साक्ष्य के लिए आने वाले गवाहों से शत प्रतिशत परिक्षित कराया जाए तथा दोषमुक्त मामलों में नियमानुसार अपील की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। समीक्षा बैठक के दौरान में ई-प्रासी क्यूशन डाटा फिडिंग, समन तामिला इत्यादि कार्यों की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए। डीएम ने मौजूद शासकीय अधिवक्ताओं एवं अभियोजन के अधिकारियों से न्यायालयों में साक्षियों की उपस्थिति और उनके पक्षद्रोही होने के कारणों की समीक्षा की। डीएम ने पुलिस विभाग व अभियोजन विभाग से कहा कि समन तामीली समयबद्ध होनी चाहिए।
अधिकतम साक्षियों को न्यायालयों के समक्ष परीक्षित कराया जाए। अकारण साक्षियों की वापसी ना होने पाए, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए। न्यायालयों में विचाराधीन मामलों में सफल अभियोजन पैरवी कर सजा का प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए ताकि न्यायालयों में लंबित पुराने मामलों का निस्तारण शीघ्र हो सके। जिला मजिस्ट्रेट महेंद्र बहादुर सिंह ने माह फरवरी 2022 में ई-प्रॉसीक्यूशन पोर्टल पर विभिन्न केपीआई शीर्षकों में फीडिंग करते हुए लीगल ओपीनियन शीर्ष में 187 प्रविष्टियाँ अंकित कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर संयुक्त निदेशक अभियोजन धीरेन्द्र कुमार मिश्रा को प्रशंसा पत्र प्रदान किया। इसके अलावा अभियोजन के फीडिंग कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर एसपीओ घनश्याम गुप्ता, एपीओ प्रदीप कुमार व सुभाष चंद्र को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
संयुक्त निदेशक (अभियोजन) धीरेंद्र कुमार मिश्रा व नीरज कुमार, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी सरयू प्रसाद यादव व घनश्याम गुप्ता, अभियोजन अधिकारी पवन गौतम, सहायक अभियोजन अधिकारी यदुनंदन अवधेश, दयाशंकर, सुभाष चंद्र व प्रदीप, जिला शासकीय अधिवक्ता (क्रिमिनल) अरविंद त्रिपाठी, विशेष लोक अभियोजक संजय सिंह, एडीजीसी क्रिमिनल शिव गोविंद राठौर, कपिल कटियार, संदीप मिश्रा, रमारमन सैनी, रमेश चंद्र मिश्र, कौशल किशोर, सुनील कुमार तोमर, अपर शासकीय अधिवक्ता राजेश कुमार सिंह, विशेष लोक अभियोजक बृजेश पांडेय मौजूद रहे।