अमन के दुश्मनों से होशियार बनारस: फर्जी है जमियत-उल-ओलमा-ए-हिन्द के तरफ से बंद और जुलूस की घोषणा, जमियत ने नही किया है ऐसा कोई भी एलान, अमन के दुश्मन फैला रहे है ये अफवाह
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: होशियार…! होशियार….! अमन के दुश्मनों से ए शहर बनारस होशियार। कल सुबह से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमे कल 10 जून को जुमे के दिन भारत बंद का एलान किया जा रहा है। इस भारत बंद के एलान को जमियत-उल-ओलमा-ए-हिन्द के जानिब से बताया जा रहा है। हमारी तफ्तीश में निकल कर सामने आया है कि ऐसा कोई भी “भारत बंद” का एलान जमियत के तरफ से नही किया गया है और न ही किसी जुलूस के लिए कहा गया है।
बताते चले कि कल सुबह से ही एक पोस्ट सोशल मीडिया पर एक जेपीजी तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर के नीचे की तरफ मौलाना अरशद मदनी की तस्वीर है और ऊपर लिखा है कि “मौलाना सय्यद अरशद मदनी, जमियत-ओलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष है ने कहा 10 जून 2022 जुमे की जमाज़ के बाद हर एक मस्जिद से जुलूस निकालना चाहिए। मैं मस्जिद के सदर सीक्रेट से गुज़ारिश कर रहा हु कि आप जुलूस निकाले।” पोस्ट के नीचे लिखा है। “जमियत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना सय्यद अरशद मदनी। मुस्लिम समाज से अपील है।”
इसके अलावा एक और फोटो वायरल हो रहा है, जिसमे गुम्बद-ए-खिज़रा ऊपर की तरफ बना हुआ है और उसके नीचे भी 10 जून जुमे को भारत बंद की बात लिखी है। इस स्टीकर पर किसी भी संगठन का नाम नही लिखा हुआ है। बस बंद का आह्वाहन किया गया है। इस पोस्ट को ख़ास तौर पर मुस्लिम समाज में वायरल किया जा रहा है। मगर हकीकत में ये पोस्ट पूरी तरह से फर्जी और बेबुनियाद है। आइये हकीकत से आपको रूबरू करवाते है।
हमने इस पोस्ट के मुताल्लिक जब तफ्तीश किया तो जानकारी हासिल हुई कि ऐसा कोई भी आह्वाहन जमियत-ए-ओलमा-ए-हिन्द की जानिब से नही हुआ है। हमने इस सम्बन्ध में मौलाना अरशद मदनी के मोबाइल पर संपर्क किया तो जानकारी हासिल हुई कि वह रूटीन चेकअप करवा रहे है। जमियत के स्पोक पर्सन ने बताया कि जमियत-ए-ओलमा-ए-हिन्द की जानिब से ऐसा कोई बंद और जुलूस निकालने की अपील नही की गई है।
इस सम्बन्ध में हमारी बातचीत जमियत ओलमा-ए-हिन्द बनारस के सदर (जिला अध्यक्ष) मौलाना अब्दुल्लाह नासिर कासमी से हुई तो उन्होंने साफ़ साफ़ इस बात को कहा कि जमियत ओलमा-ए-हिन्द ने ऐसा कोई एलान नही किया है। किसी तरीके के बंदी या फिर जुलूस का एलान जमियत ने नही किया है। कोई अफवाह फैला रहा है। आवाम ऐसे अफवाह फ़ैलाने वालो से होशियार रहे। किसी भी तरीके का बंद या जूलूस निकालने की सलाह जमियत ने नहीं दिया है।
गौरतलब हो कि कानपुर में पिछले जुमे को ऐसे ही बंद का एलान हयात ज़फर हाशमी के द्वारा किया गया था और इसका नतीजा ये निकला की साम्प्रदायिकता भड़क उठी थी। जिसकी आग में शहर का अमन-ओ-सुकून जलकर ख़ाक हो गया था। अराजकता की स्थिति शहर में बन गई थी। इस मामले में अब तक 50 से अधिक गिरफ़्तारी हो चुकी है और पुलिस कार्यवाही लगातार जारी है। हम अपने सभी पाठको से इल्तेजा करते है कि वह ऐसी अफवाहों पर न जाए और अमन-ओ-सुकून कायम रखे। किसी तरीके का कोई बंद नहीं है। आप अपने काम पर ध्यान दे।