कातिल इश्क: कांस्टेबल की बेटी ने किया शादी से इंकार तो एकतरफा आशिक ने गला दबा कर कर दिया था हत्या, फिर अपने पिता के साथ मिलकर लाश को दूर ले जाकर जला दिया
शाहीन बनारसी (इनपुट: साहिल खान)
आगरा: एक जून की सुबह आबिदगढ़ के पास पुलिस को गश्त के दौरान युवती का शव पड़ा मिला था। शव जल रहा था। पानी डालकर पुलिस ने आग बुझाई थी। अधजली लाश को पोस्टमार्टम गृह में रखवाया था। जिसके बाद बुधवार रात को मृतका की शिनाख्त खुशबू के रूप में हुई। खुशबू के पिता वीरपाल सिंह मूलरूप से जलेसर के नगला नैनसुख के रहने वाले हैं और मथुरा में यूपी 112 के सिपाही हैं। एत्माद्दौला के शांता कुंज कॉलोनी में परिवार सहित रहते हैं। दो बेटियों में खुशबू बड़ी थी। वह कमला नगर स्थित संत रामकृष्ण कन्या महाविद्यालय में बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।
इस मामले में संज्ञान आया कि मृतका खुशबु 30 मई की सुबह नौ बजे पड़ोसी के साथ कालेज जाने के लिए निकली थी। इसके बाद लापता हो गई थी। 31 मई को पिता ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। वीरपाल सिंह ने बेटी की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। इसमें आरोप लगाया कि नवनीत नगर निवासी आशीष तोमर काफी समय से बेटी को परेशान कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने मामले में तफ्तीश शुरू किया। जो हकीकत निकल कर सामने आई वह पुलिस को चौकाने के लिए काफी थी।
आगरा में शादी से इनकार करने पर सोमवार को ही आशीष तोमर ने अपने घर में बीकॉम की छात्रा खुशबू की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद आशीष तोमर ने शव को कुल 35 घंटे तक पलंग के नीचे छिपाकर रख दिया था। इस दरमियान आशीष के माता पिता गंगा स्नान के लिए शहर से बाहर गए थे। उनके आने के बाद शव में से आती दुर्गंध के कारण मंगलवार रात तीन बजे आशीष तोमर अपने पिता के साथ खुशबु के शव को बाइक पर ले गया और ग्राम आबिदपुर के पास सड़क किनारे शव को आग इस कारण लगा दिया कि शव की शिनाख्त न हो पाए। पुलिस को बुधवार सुबह शव जलता मिला था।
देर रात शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने कल बृहस्पतिवार को वारदात का खुलासा किया और आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी आशीष ने बताया कि 30 मई (सोमवार) को सोमवती अमावस्या थी। मां-बाप सुबह गंगा स्नान के लिए राजघाट गए थे उनके जाने के बाद उसने खुशबू को फोन करके घर बुला लिया था। शाम करीब चार बजे उसने शादी की बात खुशबु से किया जिस पर खुशबु ने शादी से इनकार कर दिया। इस पर दोनों में विवाद हुआ, जिसमे गुस्से में आकर उसने खुशबू की उसी के दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को पलंग के नीचे छिपा दिया था। वह रातभर शव के साथ ही रहा। दूसरे दिन मंगलवार को सुबह माता-पिता आ गए।
24 घंटे बाद शव से दुर्गंध आने लगी। इसके बाद रात में पिता के साथ शव को ठिकाने लगा आया था। पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। खुशबू का फेंका गया मोबाइल और जूते आरोपी के घर से बरामद कर लिए गए हैं। एसपी पश्चिमी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि पूछताछ में आशीष ने बताया कि वह खुशबू को पहले से जानता था। शादी करना चाहता था। उसने खुशबू को फोन करके अपने घर बुलाया था। उस समय माता-पिता गंगा स्नान करने गए थे। शादी की कहने पर विवाद होने लगा। जिसके बाद उसने खुशबु के दुपट्टे से उसका गला दबा कर हत्या कर दिया। मामले में आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।