काशी धर्म संसद में बोले महंत दास: इस्लामी जेहादियों पर अंकुश लगाये सरकार, शिवलिंग में छेद करने वाले इन्तेज़मियां कमेटी पर दर्ज करवायेगे ऍफ़आईआर, पास हुवे 16 प्रस्ताव भेजेगे राज्य और केद्र सरकार को
शाहीन बनारसी
वाराणसी: वैष्णव विरक्त संत समाज की ओर से सुदामा कुटी में आज काशी धर्म परिषद की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में आज संतो ने कहा कि इस्लामी जिहादियो के आतंक से भारत को बचाने का हमारा उद्देश्य है। काशी धर्म परिषद ने पातालपुरी मठ के महंत बालक दास की अध्यक्षता में शुक्रवार को देश भर में जुमा की नमाज़ के बाद नमाजियों द्वारा की गई हिंसा के लिए निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया। इस अवसर पर जुटे संतो और आचार्यो तथा महंतो ने शुक्रवार की घटना को भयावाह और भारतीयों को डराने वाली बताया है।
बैठक में कहा गया कि जिस तरह से इस्लामी जिहादी नमाज़ पढने के बाद सडको पर देश को जला रहे है उसे संत समाज कभी बर्दाश्त नही करेगा। बैठक में नूपुर शर्मा का गला काटने और रेप की धमकी की कठोर निंदा की गई। साथ ही इस्लामी जिहादियों पर तत्काल अंकुश लगाने की सरकार से अपील की गई। काशी धर्म परिषद में कोतवाल मोहनदास ने कहा कि हम भगवान राम के रास्ते पर चलने वाले हैं। हम शांति चाहने वाले हैं, जो हिंसा की जा रही है वह अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल कदम उठाए, अब बहुत हो चुका है।
काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास ने कहा कि देश जल रहा है। हमारे मंदिर तोड़े जा रहे हैं। हमारे भगवानों का रोज अपमान किया जा रहा है। हम कानून के रास्ते से ही इस्लामी जिहादियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश को जलने से बचाने के लिए संत समाज सड़कों पर उतरेगा। हम सभी पंथों, अखाड़ों और नागाओं से वार्ता कर बड़ा फैसला लेंगे। शिवलिंग में छेद करने वाले इंतजामिया कमेटी के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। काशी धर्म परिषद ने शुक्रवार को नमाजियों द्वारा की गई देश भर में हिंसा के लिए निंदा के साथ 16 प्रस्ताव पारित किए। इसे देशभर के धर्माचार्यों, राज्य सरकारों और भारत सरकार को भेजा जाएगा।