पार्टी से निकाले जाने के बाद नवीन जिंदल ने अपने बयान पर कहा, किसी के भावना को ठेस पहुचाने की मंशा नही थी, बोली नुपुर शर्मा यदि किसी की भावनाओ को ठेस पहुची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूँ
शाहीन बनारसी
नई दिल्ली: अपने विवादित बयान को लेकर अचानक सिर्फ देश में नही बल्कि विदेशो में भी अचानक चर्चा और विवाद का केंद्र बने नवीन जिंदल और नुपुर शर्मा को पार्टी ने निष्काषित कर दिया है। पार्टी की तरफ से की गयी कार्रवाई के बाद दोनों ने ही अपने बातो पर कहा है कि उनकी मंशा किसी को ठेस पहुचाने की नही थी। नुपुर शर्मा ने तो ये भी कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुची हो तो वह अपने शब्द वापस लेती है।
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) June 5, 2022
नुपुर शर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि मैं अपने बयान को वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की नहीं थी। साथ ही उन्होंने कहा है कि मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिव जी का अपमान किया जा रहा था जिसें मैं बर्दाश्त नहीं कर पायी। उन्होंने लिखा है कि मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट में जा रही थी, जहां रोजाना मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था।
वहीं पार्टी से निष्कासित किए गए दिल्ली इकाई के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने रविवार को कहा कि उनका इरादा किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता की ओर से जिंदल को जारी एक पत्र में कहा गया, ‘‘आपकी प्राथमिक सदस्यता तत्काल समाप्त की जाती है और आपको पार्टी से निष्कासित किया जाता है।” कुमार ने एक जून को पैगंबर मोहम्मद के बारे में उल्लेख करते हुए एक ट्वीट किया था। इसके बाद से उनकी आलोचना हो रही थी।
‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में जिंदल ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी तक प्रदेश अध्यक्ष गुप्ता का पत्र भी नहीं मिला है। जिंदल ने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने व उनपर हमले करने वालों से सवाल पूछते हुए उन्होंने एक सवाल उवाल उठाया था और उनका किसी समुदाय से जुड़े लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।