हावड़ा में फिर भड़की हिंसा, हुआ पथराव, जाने हिंसा से जुडी जानकारी
आदिल अहमद
डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा के बाद यहां भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी इसके बावजूद शनिवार को हावड़ा में सुबह फिर पथराव हुआ। लोगों ने आगजनी भी की। तैनात पुलिस फोर्स के ऊपर लोगों ने जमकर पत्थर फेंके। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने लोगों को लाठियां पटकर खदेड़ा। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शुक्रवार शाम को इंटरनेट सेवा रोक दी गई हैं। यहां सोमवार सुबह छह बजे तक इंटरनेट बंद रहने का आदेश जारी किया गया है। लोग वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाओं का यूज नहीं कर सकते हैं।
#WATCH | West Bengal: Fresh clash b/w Police & a group of protesters breaks out at Panchla Bazaar in Howrah. Police use tear gas shells to disperse them as protesters pelt stones
Violent protests broke out here y'day over controversial remarks of suspended BJP spox Nupur Sharma. pic.twitter.com/8ZhZ2bNVMG
— ANI (@ANI) June 11, 2022
ममता बनर्जी सरकार ने आदेश में कहा गया है कि गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। आदेश के मुताबिक कुछ क्षेत्रों में हाल की घटनाओं के मद्देनजर अतिरिक्त महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) से अनुरोध प्राप्त होने के बाद यह निर्णय लिया गया। बताते चले कि शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने हावड़ा जिले के सलाप और उलुबेरिया बेल्ट में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 को घंटों तक अवरुद्ध कर दिया। वाहन और ट्रक लगभग 10 किमी के क्षेत्र में फंसे रहे। यहां तक कि गंभीर मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस भी सड़क जाम के कारण घंटों फंसी रही। जब पुलिस बल ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की तो कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से भिड़ गए।
आंदोलनकारियों के एक वर्ग ने पुलिस पर ईंट-पत्थरों और देसी बमों से हमला किया। हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। डोमजुर में, स्थानीय पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया, दो पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई और हिंसक आंदोलनकारियों के हमलों के बाद लगभग 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। कुछ स्थानों पर, आंदोलनकारियों ने उलुबेरिया सब-डिवीजन के विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे ट्रैक को भी अवरुद्ध कर दिया, जिसके बाद यात्रियों के साथ कई ट्रेनें फंस गईं। कुछ ट्रेनों को रद्द भी करना पड़ा।