पैक्ड फ़ूड आइटम के बढ़े दामो पर भाजपा सांसद वरुण गाँधी हुवे एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर हमलावर, कहा राहत देने के समय आहात कर रही है सरकार
संजय ठाकुर
डेस्क: पीलीभीत के सांसद और भाजपा नेता वरुण गाँधी पिछले काफी समय से पार्टी एक हाशियो पर है। वरुण गाँधी ने पार्टी की नीतियों का इधर भी जमकर विरोध किया है। उनके द्वारा किसान आन्दोलन से लेकर बढती महंगाई के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी से सवालात दागे है। इस क्रम में आज भाजपा नेता ने पैक्ड फ़ूड आइटम के दाम बढने पर एक बार फिर अपनी पार्टी की नीतियों को आड़े हाथो लिया है।
आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है।
रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा।
जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 18, 2022
बीजेपी के नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गाँधी ने ट्वीट किया है कि आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है। रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा। जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में केंद्र की मोदी सरकार को संवादहीन सरकार तक कह दिया था। उन्होंने कहा कि सिर्फ संवादहीनता की वजह से किसान आंदोलन के समय सैकड़ों जानें गईं। क्या हम फिर वही गलती दोहराना चाहते हैं? इससे पहले भी लगातार वरुण गांधी कमियों को लेकर मोदी सरकार को घेरते रहे हैं। किसान आंदोलन हो या फिर युवाओं के रोजगार की बात हो वरुण गांधी इनके हक में सरकार के सामने आवाज उठाते रहते हैं।
इससे पहले वरुण गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर सवाल किया था। वरुण गांधी ने सेना भर्ती की तैयारी करने वाले छात्रों की आत्महत्या को लेकर एक ट्वीट किया था। वरुण ने अपने ट्वीट में लिखा था कि मैदान पर 6 वर्षों के मैराथन संघर्ष के बाद महज 4 वर्षों की सेवा छात्र कैसे स्वीकारेंगे?। पहले रोहतक में सचिन और अब फतेहपुर में ‘विकास की आत्महत्या’ से देश का हर युवा व्यथित है। सिर्फ संवादहीनता की वजह से किसान आंदोलन में सैकड़ों जानें गयी, क्या हम फिर वही गलती दोहराना चाहते हैं?
इस ट्वीट के साथ ही वरुण गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का वीडियो भी शेयर किया। उनका साफ कहना है कि सरकार को इस भर्ती योजना के बारे में देश के युवाओं के साथ बात करनी चाहिए। योजना में जो कमियां हैं उनको दूर करने के बाद ही इस योजना को लागू करना चाहिए।