भारत के न्यायिक इतिहास में पहली बार अधिवक्ताओं का अदालत परिसर में अधिवक्ता का शव रखकर हंगामा
तारिक़ खान
डेस्क: देश के इतिहास में पहली बार एक अधिवक्ता के शव की अदालत परिसर में रखकर वकीलों ने जमकर हंगामा किया। अधिवक्ताओं का आरोप था कि अदालत में एक ज़मानत पर बहस के दरमियान हुई टिप्पणी से आहत होकर अधिवक्ता ने आत्महत्या किया है।
जबलपुर हाईकोर्ट एक वकील ने जमानत में जज द्वारा विपरीत टिप्पणी किए जाने के बाद आत्महत्या की.. साथी वकील लाश लेकर हाईकोर्ट पहुंचे.. जज नहीं मिले तो चीफ जस्टिस कोर्ट में हो रहा हंगामा.*
*वकील धरने पर..आत्महत्या से खफ़ा है वक़ील !*
*न्यायिक इतिहास में अपनी तरह की पहली घटना..* pic.twitter.com/Uu9Vxm42Ak— Advocate Jabalpur High Court DRT (@AdvocateLogo) September 30, 2022
दरअसल जबलपुर हाईकोर्ट के वकील अनुराग साहू ने सुसाइड कर लिया है। एक जमानत आवेदन पर सुनवाई के दौरान जस्टिस संजय द्विवेदी ने वकील अनुराग साहू पर विपरीत टिप्पणी कर दी। इससे एडवोकेट अनुराग इतने दुखी हुए कि बाद में आत्महत्या कर ली।
साथी वकील लाश लेकर हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। जज नहीं मिले तो चीफ जस्टिस के कोर्ट में घुस गए वकील। न्यायिक इतिहास में अपनी तरह की यह पहली घटना है जब जज द्वारा अनुचित टिप्पणी किए जाने से किसी वकील ने आत्महत्या कर लिया हो।
साथी वकील की लाश लेकर पहले जस्टिस संजय द्विवेदी की कोर्ट में घुसे वकील.. नहीं मिले तो चीफ जस्टिस की कोर्ट में घुसे.. कोर्ट रूम में तोड़फोड़ की खबर है।