प्रयागराज: प्लेटलेट्स की जगह कथित मुसम्मी का जूस चढाने से मौत प्रकरण में पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या सहित अन्य गम्भीर धाराओं में अस्पताल के चिकित्सको और स्टाफ के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
तौसीफ अहमद
प्रयागराज: झलवा के ग्लोबल हॉस्पिटल में प्रदीप पांडेय को चढ़ाने के लिए वहां के कर्मचारियों ने ही प्लेटलेट्स मुहैया कराई थी। उसी के बाद उनकी हालत बिगड़ी और दूसरे अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डीएम की बनाई गई जांच कमेटी ने इसकी पुष्टि कर दी है। हालांकि प्लेटलेट्स में मौसमी जूस होने की पुष्टि नहीं हुई है।
डीएम संजय खत्री ने बताया कि उन्होंने इस प्रकरण की जांच के लिए एसीएम प्रथम सौरभ भट्ट, सीओ सिविल लाइंस एनएन सिंह और डिप्टी सीएमओ डॉ. सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। इस टीम की जांच रिपोर्ट से पता चला कि प्रदीप पांडेय को 14 अक्तूबर को ग्लोबल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने मरीज को आठ यूनिट प्लेटलेट्स इंतजाम करने के लिए कहा था। उनके तीमारदारों ने तीन यूनिट प्लेटलेट्स ब्लड बैंक से लाकर दिया था।
इसके बाद उनको प्लेटलेट्स नहीं मिल रहा था। उसी अस्पताल(ग्लोबल) के एक कर्मचारी ने पांच यूनिट प्लेटलेट्स का इंतजाम कराया। इसके बदले मोटी रकम ली गई। तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ने तक कोई समस्या नहीं थी। जब अस्पताल की ओर से मिले प्लेटलेट्स को चढ़ाया जाने लगा तो प्रदीप की हालत बिगड़ने लगी। पांचवीं यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ने पर मरीज प्रदीप की हालत बिगड़ गई। 17 को प्रदीप को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर इलाज के दौरान उनकी 19 अक्तूबर को मौत हो गई।
डेंगू पीड़ित मरीज प्रदीप पांडेय की मौत के बाद शुक्रवार को ग्लोबल हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। बाकराबाद बम्हरौली निवासी प्रदीप की पत्नी वैश्वनी पांडेय की तहरीर पर धूमनगंज पुलिस ने ग्लोबल हॉस्पिटल के सभी डॉक्टरों, कर्मचारी, सतीश साहू और सतीश के पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया है कि आरोपियों ने फर्जीवाड़ा करके कूटरचित तरीके से तैयार प्लेटलेट्स के पाउच पर एसआरएन ब्लड बैंक की मोहर लगाकर उनके पति को चढ़ा दिया। इसके कारण उनकी पति की मौत हो गई। धूमनगंज पुलिस ने ठगी, फर्जीवाड़ा, कूटरिचत करना, गैर इरादतन हत्या और साजिश रचने समेत कुल 9 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।