भैरव अष्टमी: 801 किलो का केक काट भक्तो ने मनाया बाबा काल भैरव का जन्मोत्सव, अर्धरात्रि 12 बजे होगी बाबा की महाआरती, कल शाम आयोजित होगा भव्य भंडारा
अनुराग पाण्डेय/ मो0 चाँद “बाबु”
वाराणसी। आज भैरव अष्टमी के अवसर पर भैरव नाथ स्थित बाबा काल भैरव के मंदिर में भव्य श्रृंगार किया गया। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा का जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के जन्मोत्सव मनाते हुवे श्रधालुओ ने 801 किलो का केक काटा।
आज भैरव नाथ स्थित काल भैरव मंदिर और बड़ी पियरी स्थित चौखंडीबीर काल भैरव बाबा के मंदिर में भी भक्तों की कतार दर्शन पूजन के लिए लगी हुई थी। दोनों मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लाइन लग गई थी। भैरव अष्टमी से एक दिन पहले हर साल की तरह इस बार भी काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव मंगलवार को नगर भ्रमण के लिए निकले थे।
दोपहर डोले पर बाबा काल भैरव की शाही सवारी निकली थी। डोला यात्रा निकलने से पहले चौखंडीबीर बड़ी पियरी स्थित बाबा काल भैरव के मंदिर में उनका रच-रचकर श्रृंगार किया गया था। महंत राजेश्वरानंद ने श्रृंगार करने के बाद बाबा को नूतन वस्त्र धारण कराया और भोग लगाया।
महंत राजेश्वरानंद ने बताया कि बुधवार को भैरवाष्टमी पर प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त पांच वैदिक ब्राह्मणों द्वारा बाबा का षोडशोपचार पूजन किया गया। विशेष स्नान, सिंदूर लेपन, नूतन वस्त्र धारण कराने के बाद बाबा को रजत मुखौटा धारण कराकर विशेष श्रृंगार किया गया। मध्यान्ह 12 बजे विशेष श्रृंगार दर्शन, झांकी सायंकाल 5 बजे, अष्ट भैरव हवन सायंकाल 7 बजे, श्रीकालभैरव जन्म लीला, कृष्ण-सुदामा लीला, महिषासुर वध, काली तांडव, मसान की होली, शीतला झांकी इत्यादि कार्यक्रम हुए।
उन्होंने बताया कि अर्धरात्रि 12 बजे बाबा काल भैरव का जन्मोत्सव व महाआरती होगी। इस क्रम में कल गुरूवार को सायंकाल 5 बजे विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। महंत राजेश्वरानंद सरस्वती ने बाबा के भक्तो से अपील करते हुवे कहा है कि आप सभी काशीवासी इस भंडारे में सादर आमंत्रित है। आप सभी भंडारे में सम्मिलित होकर बाबा के दर्शन कर अपने पापों का समन कर पूर्ण के भागी बने।